जिले का लक्ष्य 87000 मीट्रिक टन है और अभी तक मात्र 4000 मीट्रिक टन गेहूं खरीदा गया है। इस शिथिलता के लिए उन्होंने सहायक निबंधक सहकारिता, डिप्टी आरएमओ, पीसीएफ, पीसीयू के जिला प्रबंधक तथा मंडी सचिव का वेतन अग्रिम आदेशों तक रोकने का निर्देश दिया है।
गेहूं खरीद अभियान-2024 : कम खरीद पर क्रय एजेंसियों के पांच अधिकारियों का डीएम ने रोका वेतन
May 07, 2024 19:54
May 07, 2024 19:54
- जिले में लक्ष्य 87000 मीट्रिक टन है, अभी तक मात्र 4000 मीट्रिक टन ही हुई गेहूं खरीद
- किसानों से बोले डीएम गेहूं बेचने में आ रही दिक्कत तो अधिकारियों से करें शिकायत
महज चार फीसदी ही हुई खरीद
समीक्षा में जिलाधिकारी ने पाया कि जिले में मात्र चार प्रतिशत गेहूं खरीद हो पाई है, जबकि राज्य स्तर पर यह खरीद 11 प्रतिशत है। जिले का लक्ष्य 87000 मीट्रिक टन है और अभी तक मात्र 4000 मीट्रिक टन गेहूं खरीदा गया है। इस शिथिलता के लिए उन्होंने सहायक निबंधक सहकारिता, डिप्टी आरएमओ, पीसीएफ, पीसीयू के जिला प्रबंधक तथा मंडी सचिव का वेतन अग्रिम आदेशों तक रोकने का निर्देश दिया है।
बाजार भाव और सरकारी दर में नहीं है अंतर
जिलाधिकारी ने कहा कि गेहूं खरीद में मार्केट दर तथा सरकारी दर में कोई विशेष अंतर नहीं है। फिर भी गेहूं क्रय केंद्रों पर खरीद नहीं हो रही है। जबकि निर्वाचन में इनका कार्य मुक्त रखा गया है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक गेहूं क्रय केंद्र की जिला स्तरीय अधिकारियों से जांच कराई जाएगी और दोषी पाए जाने पर क्रय केंद्र के सचिव के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। जमाखोरी में जो व्यापारी लिप्त पाए जाएंगे उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
सरकारी क्रय केंद्र पर गेहूं बेचें किसान
जिलाधिकारी ने सभी किसानों से अपील की है कि वे गेहूं क्रय केंद्रो पर लाकर अपना गेहूं बेचें। कहा कि गेहूं बेचने में यदि कोई कठिनाई आती है, तो वह अपनी शिकायत संबंधित उप जिला अधिकारी या कलेक्ट्रेट में आकर उन्हें दे सकते हैं। यह भी कहा कि गेहूं खरीद में पीसीएफ के सचिवों की शिकायतें प्राप्त हो रही है। दोषी पाए जाने पर उनके विरुद्ध कार्रवाई अवश्य की जाएगी। बैठक में सीडीओ जयदेव सीएस, एडीएम कमलेश चन्द्र, एआरकापरेटिव आशीष श्रीवास्तव, डिप्टी आरएमओ एके सिंह तथा क्रस एजेंसियों के अधिकारी मौजूद रहे।
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