बांग्लादेश में हिंदू समुदाय पर बढ़ते हमलों और इस्कॉन से जुड़े धर्मगुरु चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी ने भारत-बांग्लादेश संबंधों में खटास पैदा कर दी है। इस मामले पर जगद्गुरु श्री रामभद्राचार्य...
चिन्मय दास की गिरफ्तारी पर भड़के रामभद्राचार्य : कहा- समझें नहीं तो हम समझाएंगे..., अगर हिन्दू एकजुट हो जाएगा तो...
Nov 29, 2024 15:25
Nov 29, 2024 15:25
रामभद्राचार्य ने जाहिर की नाराजगी
रामभद्राचार्य ने चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी पर गहरी नाराज़गी जाहिर करते हुए कहा कि "हम रामलला से प्रार्थना करेंगे कि सभी हिंदू एकजुट हों।" उन्होंने कहा कि हिंदू एकता से ही ऐसी "आसुरी शक्तियों" का खात्मा किया जा सकता है। उनकी टिप्पणी से साफ है कि भारत में इस घटना को लेकर गहरी नाराजगी है और देश के धार्मिक नेता इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी ने बढ़ाया तनाव
बांग्लादेश में पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के तख्तापलट के बाद से हिंदू समुदाय पर हमलों में तेजी आई है। हाल ही में चिन्मय कृष्ण दास को राजद्रोह के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया। जिससे हालात और बिगड़ गए। उनकी गिरफ्तारी के बाद विरोध प्रदर्शन हुए। जिसमें हिंदू समुदाय के लोग सड़कों पर उतर आए। प्रदर्शनकारियों पर बीएनपी और जमात-ए-इस्लामी के समर्थकों ने हमला कर दिया। जिसके बाद दोनों पक्षों में झड़पें हुईं। इस हिंसा में 50 से अधिक हिंदू घायल हो गए हैं।
भारत सरकार ने जताई चिंता
भारत सरकार ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों पर गहरी चिंता जताई है। भारतीय प्रशासन हालात पर करीबी नजर बनाए हुए है और बांग्लादेश सरकार से उचित कार्रवाई की अपील की गई है। भारत ने यह भी स्पष्ट किया है कि वह अपने नागरिकों और पड़ोसी देशों में रह रहे हिंदू समुदाय की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।