गोंडा जिले में साइबर कवच अभियान के तहत लोगों को साइबर अपराध और इंटरनेट के अवैध उपयोग से बचाने के लिए जागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं...
गोंडा में साइबर सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम : बालिकाओं को फर्जी कॉल्स और धोखाधड़ी से बचने के दिए टिप्स
Dec 04, 2024 18:54
Dec 04, 2024 18:54
साइबर एक्सपर्ट ने बालिकाओं को दिए टिप्स
साइबर एक्सपर्ट हरिओम टंडन ने बताया कि इन दिनों सोशल मीडिया पर लोग अपनी व्यक्तिगत जानकारी साझा कर रहे हैं, जो साइबर अपराधियों के लिए एक अवसर बन जाता है। उन्होंने बताया कि फर्जी लॉटरी के नाम पर अक्सर कॉल किए जाते हैं, जिसमें आपको और आपके परिवार के सदस्यों को लॉटरी जीतने का झांसा दिया जाता है और फिर फर्जी एप्स डाउनलोड करवाई जाती हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि ऐसी लॉटरी कॉल्स से बचें, क्योंकि कोई भी लॉटरी इस तरीके से नहीं लगती है।
'फर्जी कॉल्स से सावधान रहें'
इसके अलावा, हरिओम टंडन ने बालिकाओं को बताया कि अक्सर कॉल आते हैं जिसमें यह कहा जाता है कि आपके परिजनों को 'डिजिटल अरेस्ट' कर लिया गया है और उसे छुड़ाने के लिए पैसे मांगे जाते हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि 'डिजिटल अरेस्ट' के नाम पर कोई कानून भारत सरकार या उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा लागू नहीं किया गया है और ऐसे फ्रॉड कॉल से बचने के लिए तत्काल स्थानीय साइबर सेल या पुलिस को सूचित करें।
जागरूकता बढ़ाने के लिए विशेष कार्यक्रम
टावर लगाने के नाम पर भी फर्जी कॉल किए जाते हैं, जिसमें आपके बैंक खातों की जानकारी ली जाती है। साइबर एक्सपर्ट ने कहा कि इस प्रकार के कॉल से बचें, क्योंकि टावर लगाने के लिए कोई भी पैसा नहीं लिया जाता और इसके लिए लोग स्वयं जमीन पर जाते हैं। इस कार्यक्रम का उद्देश्य बालिकाओं को साइबर सुरक्षा के महत्व से अवगत कराना और उन्हें ऐसे अपराधों से सुरक्षित रखना है।