'एक दिया शहीदों के नाम' कार्यक्रम : सरयू तट पर 2100 दीपकों से शहीदों को श्रद्धांजलि

सरयू तट पर 2100 दीपकों से शहीदों को श्रद्धांजलि
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Oct 11, 2024 17:07

कर्नलगंज के नमो नमो क्रांति फाउंडेशन द्वारा इस वर्ष भी शहीदों के सम्मान में 'एक दिया शहीदों के नाम' कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।

Oct 11, 2024 17:07

Gonda News : कर्नलगंज के नमो नमो क्रांति फाउंडेशन द्वारा इस वर्ष भी शहीदों के सम्मान में 'एक दिया शहीदों के नाम' कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। यह कार्यक्रम 27 अक्टूबर को सरयू तट के काटराघाट पर आयोजित होगा, जिसमें देश की सुरक्षा और सम्मान के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले वीर शहीदों की स्मृति में 2100 दीपक जलाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी। 

नमो नमो क्रांति फाउंडेशन का आयोजन
फाउंडेशन के प्रदेश अध्यक्ष दीपक तिवारी ने इस विशेष आयोजन की जानकारी देते हुए बताया कि यह कार्यक्रम शहीदों के बलिदान को याद करने और उनके प्रति सम्मान प्रकट करने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है। दीपक तिवारी ने कहा, "हर साल की तरह इस वर्ष भी हम वीर शहीदों को नमन करने के लिए इस कार्यक्रम का आयोजन कर रहे हैं। यह अवसर हमें उनके त्याग और बलिदान को याद करने का मौका देता है, जिन्होंने देश की सुरक्षा के लिए अपनी जान न्योछावर की।"  



शहीदों के सम्मान का प्रयास
इस कार्यक्रम में समाज के विभिन्न वर्गों के लोग बड़ी संख्या में शामिल होंगे और शहीदों की स्मृति को जीवंत बनाए रखने के लिए दीप प्रज्वलित करेंगे। दीपक तिवारी ने सभी नागरिकों से अपील की है कि वे इस कार्यक्रम में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें और शहीदों के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त करें। उन्होंने कहा, "यह हमारा नैतिक कर्तव्य है कि हम उन वीर सपूतों को याद करें जिन्होंने हमारी स्वतंत्रता और सुरक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी।"  

2100 दीपक जलाकर श्रद्धांजलि
कार्यक्रम के दौरान सरयू तट पर 2100 दीपक जलाए जाएंगे, जो शहीदों की आत्माओं की शांति के लिए अर्पित होंगे। यह कार्यक्रम न केवल शहीदों के बलिदान की याद दिलाने का एक अवसर है, बल्कि समाज को उनके प्रति कृतज्ञता प्रकट करने और राष्ट्रीय भावना को प्रबल करने का भी एक मंच है। 

समाज की भागीदारी
फाउंडेशन का उद्देश्य इस कार्यक्रम के माध्यम से शहीदों की स्मृति को हर साल एक नई ऊंचाई पर ले जाना है। दीपक तिवारी ने बताया कि इस आयोजन के माध्यम से वे युवाओं को प्रेरित करना चाहते हैं ताकि वे अपने देश और समाज के प्रति जिम्मेदारियों को समझ सकें और शहीदों के बलिदान से प्रेरणा लें। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रमों से समाज में एकता, देशभक्ति और राष्ट्रीय गर्व की भावना को बढ़ावा मिलता है।

देशभक्ति और एकता का संदेश
हर वर्ष यह कार्यक्रम बड़े ही श्रद्धा और आदर के साथ आयोजित किया जाता है, जिसमें सभी आयु वर्ग के लोग बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं। इस वर्ष भी बड़ी संख्या में लोगों की उपस्थिति की उम्मीद है। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि शहीदों के बलिदान को कभी भुलाया न जाए और उनके प्रति समाज की कृतज्ञता हमेशा जीवित रहे।

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