यूपी के गोरखपुर में महिलाओं की चीखों का आनंद लेने वाले एक सिरफिरे सीरियल हमलावर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस गिरफ्तार के बाद गोरखपुर के झंगहा क्षेत्र की महिलाओं को बड़ी राहत मिली है...
पकड़ा गया महिलाओं पर हमला करने वाला सीरियल अटैकर : 1 की मौत और चार की बिगाड़ी हालत, आरोपी को चीख सुनकर...
Nov 17, 2024 20:23
Nov 17, 2024 20:23
आरोपी पहले भी जा चुका है जेल
गिरफ्तार आरोपी का नाम अजय निषाद है, जो झंगहा क्षेत्र के राजधानी गांव के मंगलपुर टोला का निवासी है। वह पहले भी दुष्कर्म के मामले में जेल जा चुका था। पुलिस ने आरोपी के पास से पांच हथियार बरामद किए, जिनमें लोहे का रॉड, चारपाई का पाया और बांस-लकड़ी के डंडे शामिल हैं। इस सफलता के लिए अपर पुलिस महानिदेशक डॉ. केएस प्रताप ने पुलिस टीम को एक लाख रुपये का पुरस्कार दिया है और एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने भी टीम की सराहना की है।
29-30 जुलाई 2024 : पहली वारदात
- झंगहा क्षेत्र में रात को एक घर में घुसकर महिला से मारपीट
- जेवर छीनकर फरार
- एक लड़की पर ठोस वस्तु से हमला
- इलाज के दौरान पीड़िता की मृत्यु
- सोई हुई महिला पर ठोस वस्तु से हमला
- महिला गंभीर रूप से घायल
9-10 नवंबर 2024 : चौथी वारदात
- घर में घुसकर महिला के सिर पर डंडे से हमला
- पीड़िता गंभीर रूप से घायल
- रात में घर में घुसकर लड़की पर ठोस वस्तु से हमला
- पीड़िता गंभीर रूप से घायल
चोरी से की थी शुरुआत
सीरियल हमलावर दुष्कर्म के एक मामले में पहले जेल जा चुका था। पूछताछ में उसने बताया कि शुरू-शुरू में वह चोरी करने के इरादे से घर में घुसता था। पहली घटना में वह पूरी तरह चोरी के इरादे से ही घर में घुसा था लेकिन वहां महिला जग गई और तब पकड़े जाने के डर से उसने महिला के सिर पर वार कर दिया। दर्द के मारे महिला चीखी जिसे सुनकर सिरफिरे को मजा आया। इसके बाद वह हर घटना में महिलाओं पर वार करने लगा। वह महिलाओं को निशाना बनाकर उन पर वार कर उन्हें घायल करता था और जो भी सामान मिले उसे लूटकर भाग जाता था। सिरफिरा रात में घूमते हुए ऐसे घरों को टारगेट करता था जहां से भागना उसे आसान लगता था। इस बीच पुलिस काफी कुछ उसके हुलिए और पैटर्न के बारे में अंदाज लगा चुकी थी। पुलिस लगातार कोशिश में थी और आखिरकार उसे पकड़ने में कामयाब रही। उसने पुलिस को बताया कि घटनाओं में लूटे हुए जेवर उसने बेच दिए हैं।
महिलाओं की दिया जीवनभर का दर्द
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, इस सिरफिरे हमलावर ने हर घटना के बाद अपनी प्रेमिका से भी बात की थी। पुलिस से बचने के लिए वह मुख्य मार्ग की बजाय खेतों का इस्तेमाल करता था, ताकि उसकी पहचान न हो सके और वह पुलिस के पकड़े जाने से बच सके। इस सिरफिरे के हमलों में एक महिला की जान चली गई, जबकि चार अन्य महिलाएं गंभीर रूप से घायल हुईं। इन महिलाओं की जिंदगी तो बच गई, लेकिन उनके चेहरों पर आजीवन के लिए निशान रह गए। कुछ महिलाओं की हालत बेहद गंभीर थी । एक महिला का जबड़ा टूट गया, जिसके कारण वह कुछ खा नहीं पाती और केवल लिक्विड पर ही जीवित रहती हैं। एक अन्य महिला की आंख फूट गई, जबकि अंतिम शिकार युवती के सिर में 12 टांके लगे हैं। हालांकि, उनकी हालत में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है।