महराजगंज के चौक स्थित गुरु गोरखनाथ मंदिर में मकर संक्रांति पर श्रद्धा का माहौल रहा। केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी और विधायक जयमंगल कन्नौजिया ने खिचड़ी चढ़ाई। मंत्री ने इसे सौभाग्य बताते हुए पर्व को धार्मिक, सामाजिक और राष्ट्रीय एकता का प्रतीक कहा।
शिवावतार महायोगी गुरु गोरखनाथ मंदिर : मकर संक्रांति पर दिखी विशेष श्रद्धा और आस्था, जानें केंद्रीय मंत्री ने क्या किया
Jan 15, 2025 17:45
Jan 15, 2025 17:45
खिचड़ी चढ़ाने का सौभाग्य
केंद्रीय मंत्री पंकज चौधरी ने इसे अपना सौभाग्य बताया कि उन्हें बाबा गोरखनाथ को खिचड़ी चढ़ाने का अवसर मिला। उन्होंने कहा कि मकर संक्रांति का पर्व न केवल धार्मिक, बल्कि सामाजिक और राष्ट्रीय एकता का भी प्रतीक है। इस पर्व के माध्यम से लोग सूर्य देवता के प्रति आभार व्यक्त करते हैं और यह भारत की समृद्ध सांस्कृतिक परंपराओं का हिस्सा है।
मकर संक्रांति और इसकी विविधता
पंकज चौधरी ने इस अवसर पर कहा कि मकर संक्रांति पूरे भारत में अलग-अलग नामों और परंपराओं के साथ मनाई जाती है। चाहे उत्तर भारत में इसे खिचड़ी के नाम से जाना जाता हो, दक्षिण भारत में इसे पोंगल, पश्चिम में उत्तरायण और पूर्वी भारत में इसे भोगाली बिहू के नाम से जाना जाता है। यह पर्व सूर्य देवता को समर्पित है और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और समृद्धि का प्रतीक है।
मंदिर और तीर्थ स्थलों की स्वच्छता पर जोर
मंत्री ने इस बात पर भी जोर दिया कि मंदिर और तीर्थ स्थलों की पवित्रता और स्वच्छता बनाए रखना बेहद जरूरी है। श्रद्धालुओं से अपील करते हुए उन्होंने कहा कि हमें इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि हमारे धार्मिक स्थल साफ-सुथरे रहें ताकि वहां आने वाले श्रद्धालु स्वच्छ और सकारात्मक वातावरण का अनुभव कर सकें।
हजारों श्रद्धालुओं की भागीदारी
दो दिनों में लाखों श्रद्धालुओं ने गोरखनाथ मंदिर में खिचड़ी चढ़ाई। लोग दूर-दूर से यहां अपनी आस्था प्रकट करने आते हैं। मंदिर परिसर में भक्तों की भारी भीड़ देखी गई, और श्रद्धालु पूरी श्रद्धा के साथ भगवान गोरखनाथ के चरणों में खिचड़ी अर्पित करते नजर आए।
विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति
इस अवसर पर कई विशिष्ट अतिथियों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। ईओ ओमप्रकाश, थानाध्यक्ष चौक रामचरण सरोज, सभासद पवन बर्मा और अन्य स्थानीय जनप्रतिनिधि व अधिकारी इस आयोजन का हिस्सा बने।
समाज और राष्ट्र के लिए प्रार्थना
केंद्रीय मंत्री पंकज चौधरी ने भगवान गोरखनाथ से लोकमंगल, नागरिकों के सुखद जीवन और राष्ट्र कल्याण की प्रार्थना की। उन्होंने कहा कि ऐसे पर्व समाज और राष्ट्र को एकजुट करने का संदेश देते हैं।
पवित्र आयोजन की भव्यता
यह आयोजन न केवल धार्मिक, बल्कि सामाजिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। गोरखनाथ मंदिर में खिचड़ी चढ़ाने की परंपरा ने लोगों को आध्यात्मिकता के साथ जोड़ते हुए भारतीय संस्कृति और परंपराओं को संरक्षित करने में अपनी भूमिका निभाई है।