इस अत्याधुनिक सुविधा का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 12 मार्च को किया गया था। कारखाने का मुख्य उद्देश्य पुरानी हो चुकी ट्रेनों और उनके कोचों को नया रूप देना है। यह प्रतिवर्ष 250 कोचों का नवीनीकरण...
झांसी में पुरानी ट्रेनों को मिलेगा नया जीवन : रेल कोच नवीनीकरण फैक्टरी आईसीएफ से एलएचबी कोच में करेगी बदलाव
Aug 15, 2024 13:00
Aug 15, 2024 13:00
- झांसी का रेल कोच नवीनीकरण कारखाना पूरी तरह कार्यरत
- पीएम मोदी ने 12 मार्च को उद्घाटन किया था
- यह प्रतिवर्ष 250 कोचों का नवीनीकरण करने की क्षमता रखता है
दो ट्रेनों की मरम्मत का होगा काम
रेलवे बोर्ड ने इस कारखाने को अपना पहला बड़ा कार्य सौंपा है। पश्चिम मध्य रेलवे (जबलपुर) की दो ट्रेनों के कुल 24 कोचों की मरम्मत और उन्नयन का काम यहां किया जाएगा। इस प्रक्रिया में पुराने आईसीएफ (इंटीग्रल कोच फैक्टरी) कोचों को आधुनिक एलएचबी (लिंक हाफमैन बुश) कोचों में परिवर्तित किया जाएगा। यह बदलाव यात्री सुरक्षा और आराम को बढ़ाने में मददगार होगा।
दो चरणों में पूरा होगा काम
कारखाना प्रबंधन ने बताया कि यह कार्य दो चरणों में पूरा किया जाएगा। पहली ट्रेन के 16 कोच सितंबर में कारखाने में पहुंचेंगे, जबकि दूसरी ट्रेन के 8 कोच दिसंबर में आएंगे। इस महत्वपूर्ण कार्य के लिए कारखाने में तैयारियां तेजी से चल रही हैं। मुख्य कारखाना प्रबंधक अतुल कनौजिया ने पुष्टि की है कि कोचों की मरम्मत का काम पहले से ही प्रगति पर है।
रोबोटिक तकनीक का इस्तेमाल
रेल कोच नवीनीकरण कारखाना अत्याधुनिक तकनीक से लैस है। यहां कोचों की मरम्मत और नवीनीकरण के लिए आधुनिक मशीनों का उपयोग किया जाएगा। विशेष रूप से, कोचों पर पेंट करने के लिए रोबोटिक तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा, जो कार्य की गुणवत्ता और दक्षता को बढ़ाएगा। कारखाने में सात विशेष शेड हैं, जहां कोचों को नया रूप दिया जाएगा।
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