Jhansi News : झांसी में दिव्यांगों के लिए बुंदेलखंड का पहला समेकित विद्यालय, एक नई शुरुआत

झांसी में दिव्यांगों के लिए बुंदेलखंड का पहला समेकित विद्यालय, एक नई शुरुआत
सोशल मीडिया | बुंदेलखंड का पहला समेकित विद्यालय दिव्यांग बच्चों के लिए तैयार

Dec 12, 2024 15:32

झांसी में दिव्यांग बच्चों के लिए कक्षा 1 से 12वीं तक की पढ़ाई के लिए बुंदेलखंड का पहला समेकित विद्यालय खुलने जा रहा है। इस विद्यालय में सभी तरह के दिव्यांग बच्चों को निःशुल्क शिक्षा, आवास और विशेष सुविधाएं उपलब्ध होंगी।

Dec 12, 2024 15:32

Jhansi News : दिव्यांग बच्चों के लिए शिक्षा को सुगम बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए झांसी में बुंदेलखंड का पहला समेकित विद्यालय बनने जा रहा है। इस विद्यालय में कक्षा 1 से 12वीं तक की पढ़ाई की व्यवस्था होगी। विद्यालय का निर्माण तीन एकड़ के विशाल क्षेत्रफल में किया जाएगा, जिसके लिए दिव्यांग कल्याण विभाग को जमीन आवंटित हो चुकी है।

600 छात्रों को मिलेगा प्रवेश, आधुनिक सुविधाओं से होगा सुसज्जित
समेकित विद्यालय में कुल 600 छात्रों को प्रवेश दिया जाएगा, जहां हर कक्षा में 50 बच्चों के पढ़ने की सुविधा होगी। विद्यालय परिसर में छात्रावास का निर्माण किया जाएगा ताकि बच्चों के रहने और खाने की समुचित व्यवस्था हो सके। दिव्यांग अनुकूल भवन के साथ, यहां विशेषज्ञ शिक्षकों की तैनाती की जाएगी और विशेष उपकरण भी उपलब्ध कराए जाएंगे।

इस विद्यालय में सभी प्रकार के दिव्यांग बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा दी जाएगी। नगर निगम ने हंसारी क्षेत्र में तीन एकड़ भूमि आवंटित कर दी है। विद्यालय की औपचारिकताएं पूरी होने के साथ ही निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा।
पुरानी तहसील में बनेगा जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्र (डीडीआरसी)

दिव्यांगों को चिकित्सा और पुनर्वास सेवाएं प्रदान करने के लिए झांसी की पुरानी तहसील में जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्र (डीडीआरसी) बनाया जा रहा है। इस केंद्र में ओपीडी के माध्यम से स्पीच थैरेपी, ऑडियोमेट्री, और मनोचिकित्सकीय सेवाएं समेत आठ प्रकार की सुविधाएं निशुल्क उपलब्ध कराई जाएंगी। इसके लिए पुरानी तहसील के हॉल और कक्ष की मरम्मत का काम शुरू कर दिया गया है।

बुंदेलखंड में शिक्षा का नया आयाम
जिला दिव्यांग कल्याण अधिकारी केपी सिंह ने बताया कि यह बुंदेलखंड का पहला समेकित विद्यालय होगा, जो दिव्यांग बच्चों को
समान शिक्षा का अवसर प्रदान करेगा। निदेशालय स्तर पर निर्माण प्रक्रिया जल्द ही शुरू की जाएगी।

दिव्यांगों की शिक्षा और पुनर्वास के लिए इस कदम से झांसी न केवल क्षेत्रीय स्तर पर बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी एक मिसाल कायम करेगा।

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