झांसी जेल में पुराने 2G जैमर के चलते कैदी व्हाट्सएप कॉल का इस्तेमाल कर रहे हैं, जिससे जेल की सुरक्षा पर सवाल उठ रहे हैं।
Jhansi News : झांसी जेल में 2G जैमर, 5G युग में व्हाट्सएप कॉल का बोलबाला
Jan 05, 2025 09:24
Jan 05, 2025 09:24
डेटा ट्रांसफर रोकने में असमर्थ
सबसे चिंताजनक बात यह है कि ये पुराने जैमर डेटा ट्रांसफर को रोकने में पूरी तरह से विफल हैं। इस खामी के चलते, कैदी जेल के अंदर से धड़ल्ले से व्हाट्सएप कॉल का इस्तेमाल कर रहे हैं, जिससे जेल की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। पुराने जैमर इन आधुनिक संचार माध्यमों को रोकने में नाकाम साबित हो रहे हैं।
अपडेट के लिए बजट की कमी
सूत्रों के अनुसार, जैमर को अपग्रेड करने के लिए पर्याप्त बजट उपलब्ध नहीं है, जिसके कारण यह समस्या बनी हुई है।
जेलर पर हमले की साजिश में भी मोबाइल का इस्तेमाल
हाल ही में 14 दिसंबर को जेलर कस्तूरीलाल गुप्ता पर हुए जानलेवा हमले की साजिश के तार भी जेल के अंदर से जुड़े पाए गए हैं। जांच में पता चला है कि जेलर की गतिविधियों की जानकारी जेल के अंदर से ही लीक हुई थी, जिसमें मोबाइल फोन का इस्तेमाल किया गया था।
जेल में मोबाइल फोन की मौजूदगी का दावा
जेल सूत्रों का दावा है कि हिस्ट्रीशीटर कमलेश यादव और अजय जडेजा गिरोह जैसे कैदियों के पास जेल में मोबाइल फोन मौजूद थे। यहां तक कि तलाशी के दौरान एक मोबाइल बरामद भी हुआ था, लेकिन जेल अधिकारियों ने इस मामले पर चुप्पी साध ली।
अधिकारियों का खंडन
हालांकि, जेल अधिकारियों का कहना है कि जेल परिसर के अंदर से आज तक कोई मोबाइल या कोई अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बरामद नहीं हुआ है। वरिष्ठ जेल अधीक्षक विनोद कुमार के अनुसार, जेल में आने-जाने वालों की कड़ी तलाशी ली जाती है और जैमर को अपग्रेड करने का निर्णय शासन स्तर पर ही लिया जा सकता है। उन्होंने यह भी बताया कि हमले के मामले की जांच अभी जारी है।
Also Read
6 Jan 2025 04:02 PM
सोमवार को इलाइट चौराहा पर CO ट्रैफिक स्नेहा तिवारी और TI रमाकांत ओझा ने यातायात नियमों का पालन करने वाले नागरिकों को गुलाब का फूल देकर सम्मानित किया। और पढ़ें