कानपुर के बिधनू क्षेत्र में शुक्रवार को एक 11वीं कक्षा की छात्रा की गोली मारकर हत्या कर दी गई। यह घटना जामू गांव में दिनदहाड़े हुई...
कानपुर में 11वीं की छात्रा की गोली मारकर हत्या : ऑनर किलिंग या दुश्मनी, सीसीटीवी बंद, सवालों के घेरे में परिजन
Dec 07, 2024 00:23
Dec 07, 2024 00:23
य़ह है पूरी घटना
घटना के वक्त श्रेया दुकान पर अकेली बैठी थी। परिजनों के अनुसार, श्रेया परितोष इंटर कॉलेज की छात्रा थी और पिछले दो दिनों से तबीयत खराब होने के कारण स्कूल नहीं जा रही थी। सुबह करीब 11 बजे किसी अज्ञात व्यक्ति ने उसे गोली मार दी। गोली पेट के ऊपरी हिस्से में लगी, जिससे वह खून से लथपथ होकर गिर गई। परिजन उसे तुरंत अस्पताल लेकर गए, लेकिन उसकी जान नहीं बच सकी।
पुलिस जांच और आरोप
घटना की सूचना मिलते ही डीसीपी साउथ, एडीसीपी और फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची। जांच के दौरान घर की दूसरी मंजिल के कमरे से एक काले बैग में 315 बोर का देसी तमंचा और कारतूस बरामद हुए, लेकिन फोरेंसिक जांच में पता चला कि हत्या में इस्तेमाल तमंचा वही नहीं था। पुलिस ने इस मामले में ऑनर किलिंग, हत्या और खुदकुशी तीनों कोणों से जांच शुरू की है। श्रेया के पिता विनय सिंह ने पड़ोसी महेंद्र सिंह और दो अन्य व्यक्तियों योगेश और अनुराग पर हत्या का आरोप लगाते हुए तहरीर दी है। विनय ने बताया कि महेंद्र के साथ उनके विवाद के चलते उन्हें और उनके परिवार को पहले भी धमकियां मिल चुकी थीं।
संदेह के अन्य पहलू
पुलिस सूत्रों के अनुसार, श्रेया का गांव के एक युवक से संपर्क था, जो हाल ही में गांव लौटा था। इस युवक और श्रेया के परिजनों के बीच विवाद हुआ था। पुलिस इस एंगल पर भी जांच कर रही है।
पिता पर दर्ज हैं कई मुकदमे
श्रेया के पिता विनय सिंह पर धोखाधड़ी, गुंडा एक्ट, चोरी सहित नौ आपराधिक मामले दर्ज हैं। पुलिस उनकी पृष्ठभूमि को भी जांच का हिस्सा बना रही है।
सीसीटीवी बंद, सवालों के घेरे में परिजन
घर के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे पिछले एक महीने से खराब पड़े हैं, जिससे घटना के सटीक कारणों की जांच में मुश्किलें आ रही हैं। पुलिस ने एक आरोपी युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।
Also Read
14 Jan 2025 07:54 PM
कानपुर देहात में बिजली विभाग के कर्मचारियों ने निजीकरण के विरोध में अपनी नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने काली पट्टी बांधकर काम कियाl। यह विरोध केंद्र या राज्य सरकार की उस नीति के खिलाफ है, जिसके तहत बिजली विभाग का निजीकरण किया जा रहा है। और पढ़ें