फर्रुखाबाद के उखारा गांव में प्रशासन द्वारा 23 मकान ध्वस्त कर दिए गए। प्रशासन का कहना था यह सभी मकान ग्राम समाज की जमीन पर अवैध कब्जा कर बनाए गए थे। पीड़ित ग्रामीणों के समर्थन में यादव महासभा उतर आया है।
Farrukhabad News : फर्रुखाबाद में 23 मकान ध्वस्त किए जाने के मामले में यादव महासभा विरोध में उतरा, लेखपालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग
Oct 08, 2024 02:27
Oct 08, 2024 02:27
- उखरा गांव प्रशासन द्वारा ध्वस्त किए गए 23 मकानों के विरोध में उतरा यादव महासभा
- यादव महासभा ने दोषी लेखपालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग
- लेखपालों पर ग्रामीणों से वसूली के लगाए आरोप
- ग्रामीणों पर दर्ज किए मुकदमे वापस लेने की मांग
यादव महासभा ने मंडी समिति परिसर में बैठक की। बैठक में उखरा गांव में प्रशासन द्वारा ध्वस्त किए गए मकानों पर चर्चा हुई, और इस प्रशासनिक कार्रवाई पर की निंदा की गई। यादव महासभा के ब्लॉक अध्यक्ष प्रवीण यादव के प्रतिष्ठान पर बैठक संपन्न हुई। बैठक में कहा कि लेखपालों ने अपने कारनामें छिपाने के लिए उलटा ग्रामीणों पर मुकदमा दर्ज कराया गया है।
लेखपालों पर वसूली का आरोप
यादव महासभा ने कहा है कि उनके मुकदमे वापस लिए जाएं। दोषी लेखपालों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। जिलाध्यक्ष डॉ हरिनंदन सिंह ने कहा कि सरकार ने तानाशाही रवैया अपनाते हुए गरीबों को बेघर कर दिया। ओमप्रकाश यादव ने कहा कि पुलिस प्रशासन और लेखपालों के दबाव में काम कर रही है। ब्लॉक अध्यक्ष प्रवीण यादव ने कहा कि लेखपालों ने ग्रामीणों के घर बचाने के नाम पर वसूली की है।
लेखपालों ने नोटिस नहीं पहुंचने दिया
जिला पंचायत सदस्य यशवीर आर्य ने कहा कि लेखपालों ने प्रशासन का नोटिस भी ग्रामीणों तक नहीं पहुंचने दिया। बिना नोटिस के यह कार्रवाई गैर कानूनी है। दरअसल ध्वस्ती करण के अगले दिन लेखपाल गांव पहुंचे थे। लेखपालों को देखते ही ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा था। ग्रामीणों ने उनकी पिटाई कर दी थी। इसके बाद लेखपालों ने ग्रामीणों खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था।
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