अवधेश प्रसाद ने उपचुनाव में भाजपा के सभी 10 सीटों के जीतने के दावे पर कहा कि घोसी उपचुनाव में भी यही कहा गया था। मुख्यमंत्री, दोनों उपमुख्यमंत्री और पूरी कैबिनेट के लोग वहां पहुंचे थे। यहां तक कहा गया था कि अखिलेश यादव को हम इटावा भेज देंगे। इसके बावजूद उपचुनाव में हमारा उम्मीदवार 46000 वोट से जीता।
सपा सांसद अवधेश प्रसाद ने किया बड़ा ऐलान : बोले-2027 के विधानसभा चुनाव में भाजपा की 50 सीटें भी आईं तो राजनीति छोड़ दूंगा
Aug 14, 2024 23:35
Aug 14, 2024 23:35
- कहा- यूपी विधानसभा चुनाव 2027 में 50 सीटों को तरस जाएगी भाजपा
- देश में अब एक व्यक्ति की नहीं 140 करोड़ लोगों के मन की बात चलेगी
सरकारी मशीनरी, पुलिस कुछ नहीं आएगा उपचुनाव में काम
सपा सांसद अवधेश प्रसाद ने बुधवार को कहा कि कोई भी आ जाए, दुनिया की ताकत लगा दे, मिल्कीपुर उपचुनाव में कुछ भी नहीं कर पाएंगे। उन्होंने अपने बयान में कहा कि हम जानते हैं कि उनके पास पुलिस है, सरकार है, उसका यह नंगा नाच करेंगे, खुला प्रदर्शन करेंगे, पूरी तरह इस्तेमाल करेंगे। सरकारी धन और मशीनरी का खुल्लम-खुल्ला इस्तेमाल करेंगे। लेकिन, इतिहास इस बात का गवाह है कि जब सरकार और जनता में लड़ाई हुई है तो सरकार हारी है और जनता जीती है।
2027 में 50 सीटों को तरस जाएगी भाजपा
अवधेश प्रसाद ने दावा किया कि समाजवादी पार्टी का इतना जबरदस्त प्रभाव है कि 2027 में हमारी पार्टी की ही सरकार बनेगी और भाजपा 50 सीट भी हासिल कर ले तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा। 2027 में भाजपा 50 सीट के लिए तरस जाएगी, उसका सफाया हो जाएगा। उन्होंने कहा कि मैं कोई साधारण बात नहीं बोल रहा हूं। समाजवादी पार्टी का पीडीए फॉर्मूला जबरदस्त है।
घोसी उपचुनाव में सपा की जीत की दिलाई याद
अवधेश प्रसाद ने उपचुनाव में भाजपा के सभी 10 सीटों के जीतने के दावे पर कहा कि घोसी उपचुनाव में भी यही कहा गया था। मुख्यमंत्री, दोनों उपमुख्यमंत्री और पूरी कैबिनेट के लोग वहां पहुंचे थे। यहां तक कहा गया था कि अखिलेश यादव को हम इटावा भेज देंगे। इसके बावजूद उपचुनाव में हमारा उम्मीदवार 46000 वोट से जीता। उन्होंने कहा कि हम लोगों को गलतफहमी नहीं है। हम लोग जमीन पर काम करने वाले लोग हैं। हम लोग पीडीए के लोग हैं। हम लोग असली संविधान के रक्षक हैं। यह संविधान के भक्षक हैं, संविधान को हटाने वाले लोग हैं। यह देश में चलने वाला नहीं है। इस देश में अब एक व्यक्ति के मन की बात नहीं चलेगी, इस देश 140 करोड़ लोगों के मन की बात चलेगी।
मिल्कीपुर सीट पर सपा ले सकती है बड़ा फैसला
प्रदेश में उपचुनाव को लेकर निर्वाचन आयोग ने अपना कार्यक्रम जारी नहीं किया है। इस वजह से सियासी दलों ने भी उम्मीदवार मैदान में नहीं उतारे हैं। सियासी दल एक दूसरे की रणनीति, संभावित उम्मीदवार और गठबंधन को लेकर नफा नुकसान का आकलन करने में जुटे हैं। मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर सपा के अवधेश प्रसाद के बेटे को प्रत्याशी बनाए जाने की संभावना है। हालांकि पार्टी सत्तापक्ष की रणनीति देखकर कोई अन्य दांव भी चल सकती है।
मिल्कीपुर विधानसभा सीट के जातीय समीकरण
मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र के जातीय समीकरण की बात करें तो यहां लगभग 65 हजार ब्राह्मण, 55 हजार पासी, 22 हजार कोरी, 15 हजार हरिजन, 25 हजार ठाकुर, 23 हजार मुसलमान, 20 हजार चौरसिया, 17 हजार बनिया और 55 हजार यादव मतदाता हैं। मिल्कीपुर सुरक्षित सीट है, इस वजह से यहां अनुसूचित जाति के ही उम्मीदवार को उतारा जाएगा। ऐसे में भाजपा के साथ बसपा और चंद्रशेखर आजाद की ओर से उतारे वाले प्रत्याशी की ओर भी सभी की नजरें टिकी हैं।
सीएम योगी का कद दिल्ली वालों ने किया छोटा
खास बात है कि अयोध्या की मिल्कीपुर और अंबेडकरनगर की कटेहरी विधानसभा सीट का जिम्मा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संभाला हुआ है। ऐसे में अवधेश प्रसाद ने इस पर अपनी राय व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि मिल्कीपुर की जनता ने हमें लगातार सम्मान दिया है। नौ बार मैं विधायक बना हूं। दो बार मिल्कीपुर और सात बार सोहवल से विधायक रहा हूं। परिसीमन के बाद सोहवल के ही सबसे ज्यादा मतदाता अब मिल्कीपुर में हैं। उन्होंने कहा कि मेरा सौभाग्य है कि मुख्यमंत्री को केंद्र वालों ने केवल मिल्कीपुर और कटेहरी का जिम्मा दिया है। वह प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं और देश में भी चुनाव प्रचार के लिए जाते हैं। यह सोचने का विषय है कि उनका कद क्यों इतना छोटा कर दिया गया। दिल्ली वाले इनको बलि का बकरा बना रहे हैं। इसी के बहाने इनकी छुट्टी करेंगे।
सपा सर्मथकों के वोट काटने का आरोप
अवधेश प्रसाद ने उपचुनाव से पहले मिल्कीपुर क्षेत्र में अपने समर्थक मतदाताओं को वोट काटने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि इस विधानसभा सीट पर जितने भी यादव, अल्पसंख्यक और हमारी बिरादरी के कर्मचारी थे, उनका तबादला कर दिया है। हमें तो हर समाज का वोट मिलता है। लेकिन, जो वोट हमारा ही माना जाता है यानी यादव और मुसलमान, उनको लक्ष्य करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि ज्यादा से ज्यादा वोट काट दिया जाए। अवधेश प्रसाद ने कहा कि हम वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव की सूची लेकर निर्वाचन आयोग जाएंगे और नई सूची से उसकी तुलना करेंगे। पूरे देश में इनकी साजिश का पर्दाफाश किया जाएगा।
इन सीटों पर उपचुनाव का कार्यक्रम होगा घोषित
प्रदेश में विधानसभा की जिन 10 सीटों पर उपचुनाव होने हैं, उनमें अलीगढ़ जिले की खैर, अयोध्या की मिल्कीपुर, अंबेडकरनगर की कटेहरी, मुजफ्फरनगर की मीरापुर, कानपुर नगर की सीसामऊ, प्रयागराज की फूलपुर, गाजियाबाद की गाजियाबाद, मीरजापुर की मझवां, मुरादाबाद की कुंदरकी और मैनपुरी की करहल विधानसभा सीट शामिल है। इनमें से पांच सीटें करहल, सीसामऊ, मिल्कीपुर, कटेहरी और कुंदरकी सपा के पास थीं। जबकि, खैर, गाजियाबाद व फूलपुर भाजपा के पास, मझवा सीट निषाद पार्टी और मीरापुर से राष्ट्रीय लोकदल ने जीत दर्ज की थी।
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