मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को डीएवी कॉलेज में आयोजित गुरु गोबिंद सिंह जी के प्रकाश पर्व समारोह में भाग लिया और सिख गुरुओं के महान योगदान और उनके बलिदान को श्रद्धांजलि अर्पित की।
UP News : गुरु गोबिंद सिंह के प्रकाश पर्व में शामिल हुए सीएम योगी, बोले-सिख गुरुओं ने शीश देकर बचाया भारत का अस्तित्व
Jan 06, 2025 14:26
Jan 06, 2025 14:26
धर्म और देश की रक्षा के लिए शहादत
सीएम योगी ने कहा, गुरु गोबिंद सिंह के जीवन से हमें यह सिखने को मिलता है कि वे न केवल अपनी खुद की लड़ाई लड़ते थे, बल्कि अपने समाज और धर्म के लिए भी समर्पित थे। उन्होंने कहा कि गुरु तेग बहादुर महाराज ने धर्म और देश की रक्षा के लिए अपनी शहादत दी थी और गुरु गोबिंद सिंह ने उन्हें प्रेरित किया था कि जब देश और धर्म पर संकट हो, तो एक महान आत्मा का बलिदान विधर्मियों के के लिए संकट बन सकता है।
साहिबजादों को किया नमन
सीएम योगी ने समारोह में आए बच्चों से मुलाकात की और उन्हें टॉफी-चॉकलेट वितरित की। इस दौरान उन्होंने 26-27 दिसंबर को गुरु गोबिंद सिंह के साहिबजादों (बाबा अजीत सिंह, बाबा जुझार सिंह, बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह) की शहादत को याद करते हुए कहा कि पूरे देश ने इन साहिबजादों और उनकी माता गुजरी के योगदान को श्रद्धा और सम्मान के साथ नमन किया।
भारत का अस्तित्व बचाया
सीएम योगी ने कहा, गुरु तेग बहादुर ने अपनी शहादत दी, लेकिन भारत का अस्तित्व बचाया। उन्होंने कश्मीर को बचाया, जो आज भी भारत का हिस्सा है। गुरु गोबिंद सिंह के छोटे साहिबजादों ने भी इस्लाम स्वीकार करने से इनकार कर दिया, जिसके परिणामस्वरूप उन्हें जीवित दीवारों में चुनवा दिया गया। उन्होंने यह भी कहा कि चमकौर युद्ध में गुरु गोबिंद सिंह के बड़े साहिबजादों (बाबा अजीत सिंह और बाबा जुझार सिंह) ने शहादत प्राप्त की, जिसके बाद उनकी मां गुजरी देवी का प्राणोत्सर्ग हुआ।
प्रसिद्ध वाक्य भारत के लिए नई प्रेरणा
सीएम योगी ने गुरु गोबिंद सिंह के प्रसिद्ध वाक्य "चार मुए तो क्या हुआ, जीवित कई हजार..." को उद्धृत करते हुए कहा कि यह वाक्य आज भी पूरे भारत के लिए नई प्रेरणा है। उन्होंने बताया कि गुरु गोबिंद सिंह ने विपरीत परिस्थितियों का सामना करते हुए भी कभी हार नहीं मानी और अपने सिद्धांतों से पीछे नहीं हटे।
सिख गुरुओं के गौरवशाली इतिहास का जिक्र
सीएम योगी ने खालसा पंथ की स्थापना के बारे में भी कहा, गुरु गोबिंद सिंह ने जातिभेद और छुआछूत की भावना को समाप्त करने और समाज में समानता की स्थापना के लिए खालसा पंथ की नींव रखी। उन्होंने 'सकल जगत में खालसा पंथ गाजे' का उद्घोष किया और विधर्मियों से देश और धर्म की रक्षा के लिए संघर्ष किया। उन्होंने सिख गुरुओं के गौरवशाली इतिहास के बारे में कहा, गुरु नानक देव से लेकर गुरु गोबिंद सिंह तक, सिख गुरुओं ने जो परंपरा स्थापित की, वह आज भी हमे जीवन में संघर्ष, साहस और त्याग की प्रेरणा देती है।
बलिदान भावी पीढ़ी के लिए प्रेरणा
सीएम योगी ने कहा कि यह वर्ष विशेष रूप से अहम है, क्योंकि गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी वर्ष को मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा, गुरु नानक देव के 550वें प्रकाश पर्व को बड़े उत्साह से मनाया गया था, वैसे ही गुरु तेग बहादुर और गुरु गोबिंद सिंह के योगदान को भी बड़े पैमाने पर याद करना चाहिए। इससे भावी पीढ़ी को उनके बलिदान और संघर्ष के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिलेगी।
Also Read
7 Jan 2025 11:09 PM
सड़क हादसों को कम करने और यातायात नियमों के प्रति जागरुकता बढ़ाने के लिए बड़ा कदम उठाया गया है। राजधनी के सरकारी विभागों के कर्मचारियों और अधिकारियों को अब बिना हेलमेट और सीट बेल्ट के दफ्तर में प्रवेश नहीं मिलेगा। और पढ़ें