लखनऊ जिलाधिकारी सूर्य पाल गंगवार ने शुक्रवार को जनपद में चल रही चिकित्सा संबंधी कार्यक्रमों की समीक्षा बैठक की। समीक्षा बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने चिकित्सकों के वेतन रोकने के निर्देश जारी कर दिए।
Lucknow News : कुपोषित बच्चों की हर हाल में ई कवच पोर्टल पर हो फीडिंग, टीकाकरण में दूर की जाएं अनियमितताएं
Nov 29, 2024 19:22
Nov 29, 2024 19:22
गर्भवती महिलाओं की जांच पर जोर, कुपोषित बच्चों की देखभाल के निर्देश
जिलाधिकारी ने मातृ स्वास्थ्य की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि सभी गर्भवती महिलाओं की चार प्रसव पूर्व जांचें (ANC) अनिवार्य रूप से सुनिश्चित की जाएं। इसके साथ ही गर्भवती महिलाओं की एचआईवी और सिफलिस की जांच भी अनिवार्य रूप से कराई जाए। यह कदम मातृ मृत्यु दर को कम करने और स्वस्थ शिशु जन्म के लिए महत्वपूर्ण है। जिलाधिकारी ने अति गंभीर और मध्यम गंभीर कुपोषित बच्चों की पहचान और उनकी स्थिति की जानकारी को ई-कवच पोर्टल पर फीड करने के निर्देश दिए। उन्होंने बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत दी जाने वाली सभी सेवाओं को पोर्टल पर शत-प्रतिशत फीडिंग सुनिश्चित करने को कहा।
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नियमित टीकाकरण: व्यापक रणनीति बनाने पर बल
नियमित टीकाकरण को जनस्वास्थ्य प्रबंधन का मुख्य हिस्सा बताते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि सभी बच्चों की ड्यू लिस्ट तैयार की जाए और एएनएम के माध्यम से सत्रों का सही तरीके से प्लानिंग हो। उन्होंने निर्देश दिए कि अगले महीने की बैठक में इस योजना के आधार पर टीकाकरण की प्रगति की समीक्षा की जाएगी। संस्थागत प्रसव की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने सख्त रवैया अपनाते हुए उन चिकित्सकों के वेतन रोकने के आदेश दिए, जिन्होंने अपने वार्षिक लक्ष्यों के सापेक्ष औसत से कम सिजेरियन प्रसव किए हैं। यह कदम संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने और प्रसव के दौरान होने वाली जटिलताओं को कम करने के उद्देश्य से उठाया गया है।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों की समीक्षा
बैठक में राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम, राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम, राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण कार्यक्रम और राष्ट्रीय अंधता निवारण कार्यक्रम की गहन समीक्षा की गई। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण दिवस और ग्राम स्वास्थ्य समिति की गतिविधियों में सुधार किया जाए। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के प्रोफेसर विनय गुप्ता ने मौखिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए चल रही ‘अनंत मुस्कान’ परियोजना के बारे में जानकारी दी। यह परियोजना सरोजिनी नगर ब्लॉक और जोन-3 के 371 प्राथमिक विद्यालयों में चल रही है। जिलाधिकारी ने इसे और प्रभावी बनाने के निर्देश दिए।
आंखों की जांच और वृद्धाश्रमों पर ध्यान
राष्ट्रीय अंधता निवारण कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में शिविर आयोजित किए जाएं, जहां वृद्धाश्रमों और अन्य समुदायों के लोगों की आंखों की जांच की जाए और जरूरतमंदों को चश्मा वितरित किया जाए। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जिला मलेरिया अधिकारी, स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी, और विभिन्न प्रमुख अस्पतालों के प्रतिनिधि मौजूद थे। इसके अलावा, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO), यूनिसेफ और सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च जैसे संगठनों के प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया।
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