नर्सिंग होम के नोडल अधिकारी डॉ. एपी सिंह के अनुसार, केडी अस्पताल का लाइसेंस निरस्त किया जाएगा। वहीं, ईवा हॉस्पिटल के मामले में जांच रिपोर्ट के आधार पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
Lucknow News : मरीजों की मौत के मामले में ईवा और केडी अस्पताल पर कसेगा शिकंजा, भर्ती पर रोक-लाइसेंस होगा निरस्त
Nov 19, 2024 12:23
Nov 19, 2024 12:23
लापरवाही के आरोपों की पुष्टि
ईवा हॉस्पिटल में बच्चे की पैर की हड्डी टूटने के मामले में गंभीर लापरवाही का आरोप है। जांच में पता चला कि इलाज के लिए आर्थोपेडिक चिकित्सक के बजाय प्लास्टिक सर्जन का सहारा लिया गया, जो इलाज की प्रक्रिया के अनुसार गलत था। इसके अलावा, बच्चे को खून की आवश्यकता होने के बावजूद उसे नहीं चढ़ाया गया, जिससे उसकी स्थिति गंभीर हो गई।
संचालक ने लापरवाही की बात की स्वीकार
अस्पताल के संचालक रजी मिर्जा ने स्वयं इस बात को स्वीकार किया है कि इलाज में कमियां थीं। जांच टीम ने भी यह पाया कि अस्पताल में कोई डॉक्टर नहीं था और मरीजों का इलाज स्टाफ द्वारा ही किया जा रहा था। इसी कारण, जांच रिपोर्ट में अस्पताल में मरीजों की भर्ती पर तत्काल रोक लगाने की सिफारिश की गई है।
केडी अस्पताल की गंभीर लापरवाही
खदरा स्थित केडी अस्पताल में भी गंभीर लापरवाही का मामला सामने आया है, जहां एक महिला की ऑपरेशन के दौरान जान चली गई। घटना के बाद अस्पताल के संचालक ने अस्पताल को बंद कर दिया और खुद गायब हो गया। व्हाट्सएप पर नोटिस भेजने के बाद भी संचालक ने जांच कमेटी के सामने पेश होकर बयान नहीं दिया।
रिपोर्ट के आधार पर उठाए जाएंगे सख्त कदम
नर्सिंग होम के नोडल अधिकारी डॉ. एपी सिंह के अनुसार, केडी अस्पताल का लाइसेंस निरस्त किया जाएगा। वहीं, ईवा हॉस्पिटल के मामले में जांच रिपोर्ट के आधार पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। सीएमओ ने यह भी स्पष्ट किया है कि रिपोर्ट के आधार पर दोषियों पर सख्त कदम उठाए जाएंगे।
Also Read
19 Nov 2024 02:44 PM
ब्रजेश पाठक ने कहा कि इसके साथ ही माल्यार्पण और पुष्पगुच्छ आदि भेंट करने की भी परंपरा है। उन्होंने इसे तत्काल समाप्त करते हुए भविष्य में इसके स्थान पर अपने-अपने अस्पतालों व संस्थानों की साफ-सफाई, रखरखाव और मरीजों की सेवा-सुश्रूषा पर ध्यान देने को कहा है। उन्होंने कहा कि इसके ल... और पढ़ें