भाजपा नेता और पूर्व विधायक गोरखनाथ बाबा ने कहा कि अवधेश प्रसाद ने फर्जी नोटरी कराई थी। अवधेश प्रसाद के बेटे को मैंने हराया था। इस बार उपचुनाव में मिल्कीपुर सीट भाजपा के खाते में ही आएगी। समाजवादी पार्टी मिल्कीपुर में नहीं जीतेगी।
UP Assembly By Eection : मिल्कीपुर को लेकर अपनी याचिका वापस लेने हाईकोर्ट पहुंचे गोरखनाथ बाबा, अखिलेश यादव ने किया तंज
Oct 16, 2024 13:35
Oct 16, 2024 13:35
गोरखनाथ बाबा पहुंचे हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच
मिल्कीपुर सीट सपा और भाजपा दोनों के लिए अहम है। सपा इस सीट पर अपनी जीत बरकार रखने की कोशिश में है, तो भाजपा लोकसभा चुनाव में अयोध्या में मिली हार की भरपाई मिल्कीपुर विधानसभा सीट से करना चाहती है। इस बीच भाजपा नेता और पूर्व विधायक गोरखनाथ बाबा हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच पहुंचे। वह मिल्कीपुर विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर अवधेश प्रसाद के खिलाफ पूर्व में डाली गई अपनी याचिका वापस लेने के लिए पहुंचे। इस याचिका की वजह से मामला कोर्ट में लंबित है और निर्वाचन आयोग ने यहां उपचुनाव का कार्यक्रम घोषित नहीं किया है। इसके बाद उनके वकील रुद्र विक्रम सिंह ने याचिका वापस ली। याचिका वापस लेने से मिल्कीपुर चुनाव का रास्ता साफ हो गया है।
गोरखनाथ बाबा ने भाजपा की जीत का किया दावा
इस दौरान गोरखनाथ बाबा ने कहा कि अवधेश प्रसाद ने फर्जी नोटरी कराई थी। अवधेश प्रसाद के बेटे को मैंने हराया था। इस बार उपचुनाव में मिल्कीपुर सीट भाजपा के खाते में ही आएगी। समाजवादी पार्टी मिल्कीपुर में नहीं जीतेगी।
अखिलेश यादव का बीजेपी पर तंज
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस स्थिति पर भाजपा को घेरते हुए सोशल मीडिया पर अलग अंदाज में टिप्पणी की। उन्होंने कहा, "जिसने जंग टाली है, समझो उसने जंग हारी है।" इस अंदाज में अखिलेश यादव ने भाजपा पर तंज कसते हुए संदेश दिया कि मिल्कीपुर सीट पर उपचुनाव टालना, बीजेपी की कमजोरी को दर्शाता है।
मिल्कीपुर सीट सपा और भाजपा के लिए अहम
मिल्कीपुर विधानसभा सीट अयोध्या जिले की महत्वपूर्ण सीटों में से एक है। वर्ष 2022 के चुनाव में यह सीट समाजवादी पार्टी ने जीती थी, जब अवधेश प्रसाद को विधायक चुना गया था। हालांकि, बाद में अखिलेश यादव ने उन्हें 2024 लोकसभा चुनाव के लिए अयोध्या सीट से सांसद पद के लिए उतारा, जहां उन्होंने जीत दर्ज की। इस बार समाजवादी पार्टी ने अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद को इस सीट से प्रत्याशी बनाया है, जो हाल ही में विवादों में भी रहे हैं।
अवधेश प्रसाद का इस्तीफा और बेटे की उम्मीदवारी
सपा ने मिल्कीपुर से अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद को उम्मीदवार बनाया है। हाल ही में अजीत प्रसाद पर मारपीट और फिरौती मांगने का मामला दर्ज हुआ है, जिससे उनकी उम्मीदवारी पर सवाल उठने लगे हैं। इसके बावजूद, सपा ने उन्हें मैदान में उतारा है, जिससे मिल्कीपुर सीट पर चुनावी मुकाबला दिलचस्प होता जा रहा है।
नौ सीटों पर उपचुनाव का कार्यक्रम
उत्तर प्रदेश की अन्य नौ सीटों पर उपचुनाव की तारीखें घोषित कर दी गई हैं। इनमें मैनपुरी की करहल, कानपुर की सीसामऊ, प्रयागराज की फूलपुर, अंबेडकरनगर की कटेहरी, मिर्जापुर की मझवां, गाजियाबाद सदर, अलीगढ़ की खैर, मुजफ्फरनगर की मीरापुर और मुरादाबाद की कुंदरकी सीटें शामिल हैं। इन सीटों पर 13 नवंबर को मतदान होगा, जबकि 23 नवंबर को नतीजे घोषित किए जाएंगे।
मिल्कीपुर सीट पर उपचुनाव टलने की वजह
मिल्कीपुर सीट अयोध्या से जुड़ी होने के कारण राजनीतिक रूप से संवेदनशील मानी जाती है। बीजेपी के लिए यह सीट प्रतिष्ठा का प्रश्न बन चुकी है। दरअसल मिल्कीपुर सीट पर याचिका लंबित है। मिल्कीपुर विधानसभा चुनाव 2022 में भाजपा प्रत्याशी बाबा गोरखनाथ जब चुनाव हार गए थे तो उन्होंने वहां से जीतने वाले सपा प्रत्याशी अवधेश प्रसाद के निर्वाचन के खिलाफ याचिका दायर की थी, जो अभी अदालत में लंबित हैं। इसमें कहा गया कि चुनाव नामांकन में अवधेश प्रसाद ने जो हलफनामा लगाया था और जिस वकील ने नोटरी वेरिफाई की थी उस समय उस वकील का लाइसेंस नहीं था। हालांकि अब अवधेश प्रसाद अयोध्या लोकसभा सीट से चुनाव जीत चुके हैं। लेकिन, मामला कोर्ट में लंबित है। इस वजह से निर्वाचन आयोग ने यहां उपचुनाव का कार्यक्रम घोषित नहीं किया है।
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