गोसाईंगंज ब्लॉक के सिकंदरपुर अमोलिया गांव में मकानों का सर्वे करने गए लखनऊ विकास प्रधिकरण (एलडीए) के अधिकारियों को किसानों के विरोध का सामना करना पड़ा।
किसानों ने एलडीए के अधिकारियों को बनाया बंधक : वीसी को बुलाने पर अड़े, सर्वे करने गांव पहुंची थी टीम
Oct 25, 2024 17:44
Oct 25, 2024 17:44
एलडीए उपाध्यक्ष को बुलाने पर अड़े
एलडीए की टीम आज अचाकन मकानों के सर्वे के लिए सिकंदरपुर अमोलिया गांव पहुंच गई। इस बात की भनक लगते की बड़ी संख्या में ग्रामीण इकट्ठा हो गए और हंगामा करने लगे। किसानों ने इस दौरान सर्वे टीम के अधिकारियों को बंधक बना लिया। किसान अवर अभियंता प्रमोद पांडेय, योगेंद्र प्रताप सिंह, भरत पांडेय, सुरेश सिंह और लक्ष्मी शंकर को लेकर धरना स्थल पर पहुंच गए। किसानों ने यहां एलडीए के खिलाफ नारेबाजी शुरु कर दी। अधिकारियों को बंधक बनाए जाने की सूचना जब पुलिस को मिली तो तत्काल मौके पर दो थानों की फोर्स भेजी गई। इस बीच किसान लगातार एलडीए उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार को मौके पर बुलाने की मांग करते रहे।
उचित मुआवजा देने की मांग
भाकियू (अराजनीतिक) टिकैत गुट के बैनर तले गोसाईंगंज क्षेत्र सैकड़ों किसान 43 दिनों से सुलतानपुर रोड पर रिंग रोड अंडर पास के नीचे धरना दे रहे हैं। किसान उचित मुआवजा देने और जमीन अधिग्रहण के लिए लगाए गए एलडीए के बोर्ड हटाने की मांग कर रहे हैं। इसके अलावा गांव की जमीनों की रजिस्ट्री पर लगी रोक को हटाने की भी मांग की है। गुरुवार को बड़ी संख्या में किसानों ने धरना स्थल से मुख्यमंत्री आवास कूच कर दिया था। इस स्थिति को देखते हुए एलडीए, आवास विकास और पुलिस के अधिकारियों ने तुरंत मौके पर पहुंचकर किसानों को समझा-बुझकार एचसीएल के पास बैरिकेडिंग और रस्सा लगाकर रोका था। इससे करीब दो घंटे सुलतानपुर रोड पर जाम की स्थिति बनी रही। किसानों की मांग थी कि वरिष्ठ अधिकारी मौके पर आकर वार्ता करें। मौके पर पहुंचकर संयुक्त सचिव ने 26 अक्टूबर को एलडीए उपाध्यक्ष और चार नवम्बर को आवास आयुक्त के साथ वार्ता करवाने का आश्वासन दिया था। इसके बाद जाकर किसान शांत हुए और रास्ता छोड़ा।
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