जांच पड़ताल में सामने आया है आरोपी उन ऑर्डर्स को चुनते थे जो आम तौर पर ग्राहक कैंसिल कर देते थे, या किसी कमी की वजह से उन्हें वापस किया जाता था। इसके बाद सामान के बॉक्स को सावधानीपूर्वक खोलकर उसमें से आईफोन निकाल लेते थे और उसके वजन के हिसाब से उसमें साबुन या टाइल्स रख देते।
Lucknow News : iPhone के डिब्बों में साबुन-टाइल्स रखकर लाखों की लगाई चपत, दो डिलीवरी ब्वॉय के खिलाफ एफआईआर
Nov 30, 2024 17:42
Nov 30, 2024 17:42
काफी समय तक कंपनी को नहीं हुआ शक
जानकारी में सामने आया है कि इस्ट्राकार्ट सर्विस प्राइवेट लिमिटेड में काम करने वाले दो डिलीवरी ब्वॉय एरार और मोमिन कैंसिल या लौटाए गए ऑर्डर्स को कंपनी तक वापस पहुंचाने के दौरान पैकेट्स के साथ छेड़छाड़ करते थे। वे रास्ते में ही पैकेट खोलकर आईफोन निकाल लेते थे। इसके बाद बॉक्स में साबुन या टाइल्स रखकर पैकेट को फिर से सील कर देते थे। बाद में दोनों इन पैकेट को ऑफिस स्टोर में जमा करा देते। इन दोनों की हरकत पर कंपनी को काफी समय तक शक नहीं हुआ।
शिकायतें बढ़ने पर जांच में खुलासा, करीब 13 लाख की लगा चुके चपत
जब शिकायतें बढ़ने लगीं, तो कंपनी ने एक आंतरिक जांच शुरू की। जांच में पाया गया कि अब तक 13 आईफोन-16 मॉडल गायब किए जा चुके थे। इनकी कुल कीमत 12 लाख 70 हजार रुपये है। इसके बाद शक होने पर अंदरूनी जांच कराई गई, जिसमें ग्रीनटेक लॉजिस्टिक एंड मोबिलिटी प्राइवेट लिमिटेड के ऑपरेशन एग्जीक्यूटिव शोभित दीक्षित ने इस धोखाधड़ी का खुलासा किया। इसके बाद उन्होंने मामले में एफआईआर दर्ज कराई है। इस कंपनी का काम इस्ट्राकार्ट सर्विस प्राइवेट लिमिटेड में मैन पावर सप्लाई करना है।
इस तरह करते थे हेराफेरी
जांच पड़ताल में सामने आया है आरोपी उन ऑर्डर्स को चुनते थे जो आम तौर पर ग्राहक कैंसिल कर देते थे, या किसी कमी की वजह से उन्हें वापस किया जाता था। इसके बाद सामान के बॉक्स को सावधानीपूर्वक खोलकर उसमें से आईफोन निकाल लेते थे और उसके वजन के हिसाब से उसमें साबुन या टाइल्स रख देते। इसे बाद पैकेट को पहले की तरह सील कर कंपनी को सौंप देते।
ऑनलाइन शॉपिंग के नाम पर धोखाधड़ी में इजाफा
प्रकरण में गांधी नगर तेलीबाग निवासी एरार पुत्र मोहम्मद इरसाद और सदर कैंट झोपड़ पट्टी कांजी हाउस निवासी मोमिन पुत्र शहाबुद्दीन के खिलाफ चिनहट थाने में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस के मुताबिक साक्ष्यों के आधार पर जांच की जा रही है। बीते कुछ वर्षों में ऑनलाइन शॉपिंग का बाजार काफी बढ़ गया है। अब मध्यमवर्गीय लोग भी अपनी बचत के लिए ऑनलाइन डिलीवरी मंगा रहे हैं। ऐसे में इनमें फ्रॉड के मामले भी बढ़ गए हैं। ऐसे में विशेषज्ञों की लोगों को सलाह है कि प्रोडक्ट रिसीव करते समय पैकेट की अच्छी तरह जांच कर लें। किसी भी गड़बड़ी पर तुरंत कस्टमर सपोर्ट से संपर्क करें। महंगे प्रोडक्ट्स के ऑर्डर में विश्वसनीय डिलीवरी सेवाओं का ही उपयोग करना चाहिए।
Also Read
10 Dec 2024 09:44 AM
राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद ने भी यूपीपीसीएल में निजीकरण के इस प्रस्ताव का पुरजोर विरोध किया है। संगठन ने इसे आम जनता और सरकारी विभागों के लिए महंगा सौदा बताया है। परिषद का कहना है कि निजीकरण से बिजली की दरों में भारी वृद्धि होगी, जिससे यातायात और अन्य सार्वजनिक सेवाएं भी महं... और पढ़ें