UP News : परिषदीय विद्यालयों में छात्रों के कौशल विकास के लिए क्लबों का गठन, डिजिटल शिक्षा में बच्चों की बढ़ेगी रुचि

परिषदीय विद्यालयों में छात्रों के कौशल विकास के लिए क्लबों का गठन, डिजिटल शिक्षा में बच्चों की बढ़ेगी रुचि
UPT | परिषदीय विद्यालयों में छात्रों के कौशल विकास के लिए क्लबों का गठन।

Nov 29, 2024 21:28

राज्य के बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह ने बताया कि इन क्लबों के माध्यम से बच्चों को विचारशीलता, नवाचार, रचनात्मकता और नेतृत्व क्षमता विकसित करने का अवसर मिलेगा। उनका कहना है कि यह कदम बच्चों को बेहतर नागरिक बनाने में सहायक होगा।

Nov 29, 2024 21:28

Lucknow News : प्रदेश सरकार ने परिषदीय विद्यालयों में बच्चों के समग्र विकास के लिए एक नई पहल शुरू की है। इस योजना के तहत, राज्य में प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, कम्पोजिट और कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में विभिन्न प्रकार के क्लबों का गठन किया जाएगा। यह पहल राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के अंतर्गत छात्रों में सामाजिक, भावनात्मक, सांस्कृतिक और शैक्षिक कौशल को बढ़ावा देने के उद्देश्य से की जा रही है।

क्लबों के माध्यम से बच्चों का समग्र विकास
राज्य के बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह ने बताया कि इन क्लबों के माध्यम से बच्चों को विचारशीलता, नवाचार, रचनात्मकता और नेतृत्व क्षमता विकसित करने का अवसर मिलेगा। उनका कहना है कि यह कदम बच्चों को बेहतर नागरिक बनाने में सहायक होगा। साथ ही, क्लबों के गठन से बच्चों में पर्यावरण जागरूकता, खेल गतिविधियां, विज्ञान, गणित और डिजिटल शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में भी रुचि बढ़ेगी।



क्लबों का उद्देश्य और गतिविधियां 
क्लबों का मुख्य उद्देश्य बच्चों में विभिन्न क्षेत्रों में जागरूकता और कौशल विकास करना है। इसमें पर्यावरण संरक्षण, खेल, गणित, विज्ञान, नागरिक जिम्मेदारी और डिजिटल शिक्षा जैसे विषय शामिल हैं। प्रत्येक क्लब का उद्देश्य बच्चों को निरंतर सीखने का अवसर प्रदान करना और उन्हें व्यावहारिक ज्ञान, टीम भावना और नेतृत्व कौशल में प्रशिक्षित करना है।

क्लबों की सूची
  • इको क्लब: पर्यावरण संरक्षण और जलवायु परिवर्तन के प्रति जागरूकता।
  • स्पोर्ट्स क्लब: शारीरिक फिटनेस और टीम भावना का विकास।
  • गणित क्लब: गणितीय कौशल को रोचक और आकर्षक बनाने के लिए।
  • विज्ञान क्लब: वैज्ञानिक सोच और अनुसंधान को प्रोत्साहित करना।
  • ज्योग्राफी क्लब: भूगोल और पर्यावरण की समझ को बढ़ावा देना।
  • रीडिंग क्लब: पढ़ाई की रुचि और सांस्कृतिक समझ का विकास।
  • सिविक सेन्स क्लब: नागरिक जिम्मेदारियों के प्रति जागरूकता।
  • डिजिटल इनिशिएटिव क्लब: डिजिटल साक्षरता और तकनीकी कौशल में बच्चों को प्रशिक्षित करना।
  • कला, संगीत और नाटक क्लब: रचनात्मकता और कला के क्षेत्र में प्रवीणता।
  • हेल्थ एण्ड वेलबीइंग क्लब: मानसिक और शारीरिक विकास के लिए योग और स्वास्थ्य गतिविधियां।
क्लब गतिविधियां और नेतृत्व
हर छात्र को कम से कम चार क्लबों में भाग लेने की अनिवार्यता होगी। इन क्लबों का नेतृत्व प्रधानाध्यापक, वार्डन या किसी नामित शिक्षक द्वारा किया जाएगा। स्कूल के अंतिम कालांश में क्लबों की गतिविधियां आयोजित की जाएंगी, और छात्रों की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जाएगा। क्लबों के माध्यम से वृक्षारोपण, योग, गणितीय पहेलियां, विज्ञान प्रदर्शन, पठन गतिविधियां, वाद-विवाद, निबंध प्रतियोगिता, खेल प्रतियोगिताएं और स्वास्थ्य व स्वच्छता अभियान जैसी गतिविधियां आयोजित की जाएंगी।

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