IFS अफसर निहारिका सिंह और पति के खिलाफ फ्रॉड का केस : झांसा देकर कराया 1.41 करोड़ का निवेश

 झांसा देकर कराया 1.41 करोड़ का निवेश
UPT | FIR

Sep 27, 2024 11:09

गोमती नगर में रहने वाले डॉक्टर मृदुला और शैलेश अग्रवाल ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है। उनके अनुसार, वर्ष 2016 में निहारिका सिंह और उनके पति अजीत गुप्ता अपनी बेटी के इलाज के लिए नियमित रूप से उनके क्लीनिक आते थे। इस दौरान उन्होंने डॉक्टर दंपत्ति से अनी बुलियन कंपनी में निवेश करने पर दोगुना लाभ का लालच दिया।

Sep 27, 2024 11:09

Lucknow News : बहु​चर्चित अनी बुलियन घोटाले को लेकर आईएफएस अधिकारी निहारिका सिंह और उनके पति अजीत गुप्ता के खिलाफ एक और गंभीर मामला सामने आया है। गोमतीनगर के एक डॉक्टर दंपत्ति ने आरोप लगाया है कि निहारिका और उनके पति ने उन्हें अनी बुलियन कंपनी में निवेश का झांसा देकर 1.86 करोड़ रुपये की ठगी की। निहारिका सिंह 2006 बैच की आईएफएस अधिकारी हैं। उन पर पहले से ही प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शिकंजा कसा हुआ है।

डॉक्टर दंपत्ति को झांसे में लेकर निवेश करवाने का आरोप
गोमती नगर में रहने वाले डॉक्टर मृदुला और शैलेश अग्रवाल ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है। उनके अनुसार, वर्ष 2016 में निहारिका सिंह और उनके पति अजीत गुप्ता अपनी बेटी के इलाज के लिए नियमित रूप से उनके क्लीनिक आते थे। इस दौरान उन्होंने डॉक्टर दंपत्ति से अनी बुलियन कंपनी में निवेश करने पर दोगुना लाभ का लालच दिया, जिससे प्रभावित होकर डॉक्टर दंपत्ति ने 1.86 करोड़ रुपये का निवेश कर दिया।



पहले रिटर्न मिलने के बाद बंद हुआ भुगतान
डॉक्टर दंपत्ति के मुताबिक, शुरू में उन्हें निवेश पर कुछ बोनस के रूप में रिटर्न मिला, लेकिन कुछ समय बाद रिटर्न आना बंद हो गया। जब उन्होंने इस बारे में जानकारी प्राप्त की, तो पता चला कि अजीत गुप्ता जेल जा चुके हैं और कंपनी के कर्मचारियों ने उन्हें झूठी आश्वासन देकर टाल दिया।

अनी बुलियन घोटाले में 150 करोड़ की धोखाधड़ी
अजीत गुप्ता और उनकी कंपनी पर 150 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का आरोप है। लखनऊ, अयोध्या सहित कई जिलों में अनी बुलियन कंपनी के खिलाफ 100 से ज्यादा मुकदमे दर्ज किए गए हैं। जुलाई 2020 में एसटीएफ ने अजीत गुप्ता को गिरफ्तार किया था। इसके बाद ईडी ने मनी लांड्रिंग के मामले में कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की, जिसमें 7 करोड़ से अधिक की संपत्तियों को जब्त किया गया है।

निवेशकों को धोखे में रखा
निवेशकों का आरोप है कि अनी बुलियन के संचालक अजीत गुप्ता ने आईएफएस अधिकारी निहारिका सिंह की प्रधानमंत्री और अन्य केंद्रीय मंत्रियों के साथ तस्वीरें दिखाकर लोगों को झांसे में लिया। उन्हें 20-40 प्रतिशत अधिक रिटर्न का वादा कर विभिन्न जमा योजनाओं में निवेश कराया गया, जिससे 150 करोड़ रुपये की ठगी की गई।

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