लखनऊ में मानव तस्करी का पर्दाफाश : 60 हजार में दो बच्चों की खरीद-फरोख्त, सरगना की तलाश में जुटी पुलिस

60 हजार में दो बच्चों की खरीद-फरोख्त, सरगना की तलाश में जुटी पुलिस
UPT | प्रतीकात्मक तस्वीर

Dec 11, 2024 09:34

सुनील मलिक को पकड़ने के बाद पुलिस को मानव तस्करी के इस रैकेट के अन्य सदस्यों और पीड़ित बच्चों के बारे में अहम जानकारी मिलने की उम्मीद है। यह मामला मानव तस्करी के संगठित नेटवर्क की ओर इशाराकर रहा है, जो देश के विभिन्न हिस्सों से बच्चों को फंसाकर ले आता है।

Dec 11, 2024 09:34

Lucknow News : आलमबाग इलाके में मानव तस्करी का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। कानपुर के गोविंदनगर थाना क्षेत्र में एक नाबालिग की बरामदगी के बाद यह मामला उजागर हुआ। जांच में पता चला कि राजधानी के आलमबाग निवासी सुनील मलिक ने दो बच्चों को 60,000 रुपये में खरीदा था। इनमें से एक बच्चे को कानपुर भेजा गया, जबकि दूसरे को आलमबाग में बंधक बनाकर शौचालय और अन्य काम करने पर मजबूर किया जा रहा था।

कानपुर में छापेमारी में मासूम की बरामदगी
गोविंदनगर थाना प्रभारी को मंगलवार रात गुरुग्राम निवासी श्रीभगवान नामक व्यक्ति की फोन कॉल आई, जिसमें उसने अपने बेटे को बचाने की गुहार लगाई। उसने बताया कि कुछ लोगों ने उसके बेटे को बंधक बना लिया है और उससे मारपीट कर रहे हैं। पुलिस ने बी-ब्लॉक गोविंदनगर में छापा मारा और 12 साल के एक बच्चे को छुड़ाया। बच्चा पुलिस को देखते ही रो पड़ा और अपनी दर्दनाक आपबीती सुनाई।



पूछताछ में मानव तस्करी का खुलासा
पुलिस हिरासत में लिए गए फर्नीचर कारोबारी अंकित आनंद ने पूछताछ में बताया कि उसके ससुर सुनील मलिक ने बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के श्रीभगवान महतो से पप्पू यादव के माध्यम से 30-30 हजार रुपये में दो बच्चों को खरीदा था। इनमें से एक बच्चा अंकित की पत्नी साक्षी कानपुर ले आई, जबकि दूसरा बच्चा आलमबाग में सुनील के घर बंधक था।

मासूम बच्चों से अमानवीय व्यवहार, सरगना की तलाश जारी
मासूम ने पुलिस को बताया कि उसे और उसके चचेरे भाई को तीन महीने पहले रुपये कमाने का झांसा देकर लाया गया था। बच्चों से शौचालय की सफाई और अन्य गंदे काम कराए जा रहे थे। मालकिन द्वारा उन्हें मारने-पीटने की घटनाएं आम थीं। कानपुर पुलिस ने अंकित आनंद, उसकी पत्नी साक्षी, ससुर सुनील मलिक और मानव तस्कर पप्पू यादव के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। सुनील मलिक और पप्पू यादव के पुराने संबंध होने की बात सामने आई है। माना जा रहा है कि उन्होंने पहले भी कई बच्चों की तस्करी की है। पुलिस का कहना है कि सुनील की गिरफ्तारी के बाद और बड़े खुलासे हो सकते हैं।

पुलिस को सरगना की गिरफ्तारी से उम्मीद
सुनील मलिक को पकड़ने के बाद पुलिस को मानव तस्करी के इस रैकेट के अन्य सदस्यों और पीड़ित बच्चों के बारे में अहम जानकारी मिलने की उम्मीद है। यह मामला मानव तस्करी के संगठित नेटवर्क की ओर इशारा कर रहा है, जो देश के विभिन्न हिस्सों से बच्चों को फंसाकर ले आता है। इस घटना ने मानव तस्करी के बढ़ते खतरे पर गंभीर चिंता जताई है। 

Also Read

अब जल्द खुल सकेंगे सील मकान, एलडीए सचिव की अध्यक्षता वाली समिति भंग, ऐसे मिलेगी मंजूरी

12 Dec 2024 09:58 AM

लखनऊ Lucknow News : अब जल्द खुल सकेंगे सील मकान, एलडीए सचिव की अध्यक्षता वाली समिति भंग, ऐसे मिलेगी मंजूरी

पिछली व्यवस्था में सील खोलने की जिम्मेदारी समिति पर थी। विहित प्राधिकारी के आदेश के बावजूद, समिति की रिपोर्ट आने तक सील नहीं खोली जाती थी। एलडीए वीसी प्रथमेश कुमार ने समीक्षा के दौरान पाया कि यह देरी निर्माणकर्ताओं के लिए असुविधाजनक हो रही है। और पढ़ें