रेजिडेंट डॉक्टरों ने लगातार दूसरे दिन भी रैली निकाली और विरोध प्रदर्शन किया। डॉक्टरों ने विधान भवन की ओर कूच करने की कोशिश की,लेकिन पुलिस ने उन्हें स्वास्थ्य भवन के पास ही रोक दिया। रेजिडेंट डॉक्टर "वी वांट जस्टिस, वी वांट सेफ्टी" जैसे नारे लगाते हुए अपनी मांगों को जोरदार तरीके से रख रहे थे।
Lucknow News : केजीएमयू डॉक्टरों का दूसरे दिन भी प्रदर्शन जारी, कोलकाता केस को फास्ट ट्रैक कोर्ट में लाने की मांग
Aug 14, 2024 18:47
Aug 14, 2024 18:47
विधानभवन कूच करने से पुलिस ने रोका
केजीएमयू के रेजिडेंट डॉक्टरों ने कोलकाता में डॉक्टर के साथ हुई बर्बरता और डॉक्टरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग को लेकर विधान भवन तक विरोध मार्च कर रहे थे,लेकिन पुलिस ने रोक दिया। उनका कहना है कि घटना की सीबीआई जांच से ज्यादा प्रभावी होगा कि इसे फास्ट ट्रैक कोर्ट में लाया जाए,जिससे आरोपी और दोषियों को जल्द से जल्द सजा मिल सके। इसके साथ ही डॉक्टरों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की मांग की है, क्योंकि उनका आरोप है कि कॉलेज प्रशासन उनकी बातों को अनसुना कर रहा है, जिससे वे बेहद निराश हैं।
मांगों को लेकर कॉलेज प्रशासन लापरवाह
केजीएमयू के डॉक्टर अमन वर्मा ने संवाददाता से बात करते हुए कहा कि कॉलेज प्रशासन उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दे रहा है। इस लिए हम विधान भवन जा रहे थे लेकिन स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम के कारण हमें आगे जाने से रोक दिया गया। डॉक्टर अमन वर्मा का कहना है कि जब डॉक्टर ही सुरक्षित नहीं हैं,तो समाज और देश की सुरक्षा कैसे सुनिश्चित की जा सकती है। पुलिस द्वारा रोके जाने पर डॉक्टरों ने शांतिपूर्ण तरीके से वापस लौटने का निर्णय लिया।
केंद्रीय सुरक्षा अधिनियम हो लागू
प्रदर्शन में शामिल एक अन्य डॉक्टर ने कहा की, इस प्रकार के अपराधों को फास्ट ट्रैक कोर्ट में लाकर जल्दी न्याय दिलाया जाए। साथ ही डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए केंद्रीय सुरक्षा अधिनियम (सेंट्रल प्रोटेक्शन एक्ट) को लागू करने की भी मांग की जा रही है। विधान भवन से लौटते समय डॉक्टरों ने शाम 4 बजे केजीएमयू से परिवर्तन चौक तक कैंडल मार्च निकालने की बात कही। कोलकाता में महिला ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुई रेप और हत्या की घटना के बाद चिकित्सकों में भारी आक्रोश है। केजीएमयू के डॉक्टरों ने इस घटना के विरोध में रैली निकाली और सेंट्रल प्रोटेक्शन एक्ट को लागू करने की मांग की है। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं तो वे आंदोलन को और तेज करेंगे।
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