एमबीबीएस छात्रों के लिए हॉस्टल शुल्क में भी इजाफा हुआ है। अब नॉन-एसी कमरे का शुल्क 1.50 लाख से बढ़कर 1.65 लाख रुपये हो गया है, जबकि एसी कमरे की फीस 1.75 लाख से बढ़ाकर 1.92 लाख कर दी गई है।
Medical Colleges Fee Hike : निजी मेडिकल कॉलेजों में MBBS की फीस में भारी इजाफा, हॉस्टल शुल्क में भी वृद्धि
Oct 30, 2024 11:06
Oct 30, 2024 11:06
हाईकोर्ट के आदेश के बाद बनी नई फीस निर्धारण कमेटी
यूपी अनएडेड मेडिकल एंड एलाइड साइंस कॉलेज वेलफेयर एसोसिएशन की अपील के बाद हाईकोर्ट के आदेश पर एक कमेटी का गठन किया गया। इस कमेटी ने फीस को लेकर नए मानक निर्धारित किए हैं। अब एमबीबीएस की एक वर्ष की फीस 11 लाख से बढ़कर 16.48 लाख तक हो गई है, जिससे छात्रों को बढ़े हुए शुल्क का बोझ सहना होगा।
प्रमुख कॉलेजों में फीस वृद्धि का विवरण
प्रदेश के पांच निजी मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की फीस में बढ़ोतरी की गई है। उदाहरणस्वरूप, श्रीराममूर्ति स्मारक इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस, बरेली की फीस 2.74 लाख रुपये बढ़ाई गई है। वहीं, हिंद इंस्टीट्यूट बाराबंकी की फीस में 4 लाख रुपये का इजाफा हुआ है। इसी प्रकार मुजफ्फरनगर मेडिकल कॉलेज की फीस में 1 लाख रुपये, रामा मेडिकल कॉलेज, कानपुर की फीस में 5,000 रुपये, और राजश्री मेडिकल कॉलेज, बरेली की फीस में ढाई लाख रुपये की वृद्धि की गई है।
बीडीएस और एमडी-एमएस छात्रों के लिए भी शुल्क में बढ़ोतरी
न सिर्फ एमबीबीएस बल्कि बीडीएस और एमडी-एमएस पाठ्यक्रमों के छात्रों के लिए भी फीस बढ़ा दी गई है। अब बीडीएस की सालाना फीस 2.93 लाख से लेकर 4.10 लाख रुपये के बीच हो गई है। इसके अतिरिक्त, आईटीएस डेंटल कॉलेज, गाजियाबाद की बीडीएस फीस में 24 हजार रुपये की वृद्धि की गई है। एमडी-एमएस की फीस भी लगभग 4 लाख रुपये तक बढ़ाई गई है, जो छात्रों और उनके अभिभावकों के लिए एक चुनौती साबित हो रही है।
हॉस्टल शुल्क में बदलाव, एसी और नॉन-एसी कमरों की नई दरें
एमबीबीएस छात्रों के लिए हॉस्टल शुल्क में भी इजाफा हुआ है। अब नॉन-एसी कमरे का शुल्क 1.50 लाख से बढ़कर 1.65 लाख रुपये हो गया है, जबकि एसी कमरे की फीस 1.75 लाख से बढ़ाकर 1.92 लाख कर दी गई है। विविध शुल्क में भी बढ़ोतरी करते हुए इसे 90 हजार से बढ़ाकर 94 हजार रुपये कर दिया गया है।
बीडीएस और एमडी-एमएस छात्रों के हॉस्टल शुल्क में भी बढ़ोतरी
बीडीएस छात्रों के लिए हॉस्टल शुल्क में भी इजाफा देखने को मिला। अब नॉन-एसी कमरे का शुल्क 85 हजार से बढ़ाकर 93.50 हजार रुपये हो गया है, जबकि एसी कमरे की फीस 1.05 लाख से 1.15 लाख रुपये प्रति वर्ष तक पहुंच गई है। इसी प्रकार, एमडी-एमएस छात्रों के लिए नॉन-एसी सिंगल कमरे की फीस 2.50 लाख से 2.75 लाख और एसी डबल एक्यूपेंसी की 2.10 लाख से बढ़कर 2.31 लाख कर दी गई है। इस तरह प्रदेश में निजी मेडिकल कॉलेजों की फीस में इस तरह की वृद्धि ने अभिभावकों और छात्रों के सामने आर्थिक चुनौतियां खड़ी कर दी हैं।
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