उत्तर प्रदेश पुलिस एक बार फिर से शर्मसार हुई है। रायबरेली में तैनात एक सिपाही की हरकत ने पुलिस विभाग की छवि पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
रायबरेली में सिपाही की हैरान करने वाली हरकत : पत्नी को फर्जी नाम से भेजे अश्लील संदेश, केस दर्ज
Nov 15, 2024 01:49
Nov 15, 2024 01:49
इंस्टाग्राम पर फर्जी आईडी से अश्लील संदेश
हरदोई में 21 जून 2024 को एक महिला ने साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी कि उसे 'गौरव कुमार' नाम की इंस्टाग्राम आईडी से अश्लील संदेश मिल रहे हैं। शिकायत पर तुरंत संज्ञान लेते हुए पुलिस ने जांच शुरू की। जांच के दौरान सामने आया कि यह फर्जी आईडी रायबरेली पुलिस लाइन में तैनात सिपाही राकेश कुमार द्वारा चलाई जा रही थी। जब पुलिस ने मामले की तहकीकात की तो पता चला कि यह सिपाही कोई और नहीं बल्कि शिकायतकर्ता महिला का ही पति है।
विवादित वैवाहिक संबंध की पृष्ठभूमि
शिकायतकर्ता महिला ने पुलिस को बताया कि उसका अपने पति राकेश कुमार से विवाद चल रहा है। इसी कारण, राकेश ने फर्जी नाम से अश्लील संदेश भेजकर उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित करने की कोशिश की है। महिला का आरोप है कि यह सब कुछ उसे सार्वजनिक रूप से अपमानित करने और दबाव में लाने के लिए किया गया।
पुलिस ने दर्ज की एफआईआर, जांच जारी
हरदोई के पुलिस अधिकारियों ने विवाहिता की शिकायत के आधार पर सिपाही राकेश कुमार के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है। जांच का कार्य उपनिरीक्षक मारकंडेय सिंह को सौंपा गया है, जबकि सीओ अंकित मिश्रा ने मामले पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए हैं। पुलिस अधिकारी नारायण कुशवाहा ने बताया कि आरोपी सिपाही राकेश के खिलाफ पहले से ही महिला द्वारा दहेज उत्पीड़न का मामला दर्ज कराया गया है। अब इस नए मामले में अश्लील संदेश भेजने के आरोपों की भी जांच की जा रही है।
पुलिस विभाग की छवि पर सवाल
इस घटना ने यूपी पुलिस की छवि पर फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं। जहां एक तरफ पुलिस को समाज की सुरक्षा और न्याय का प्रतीक माना जाता है, वहीं दूसरी ओर इस तरह के मामलों से विभाग की साख पर धब्बा लगता है। सिपाही द्वारा अपनी पत्नी के खिलाफ इस तरह की हरकत न केवल नैतिकता के खिलाफ है, बल्कि यह कर्तव्यनिष्ठा के उल्लंघन का मामला भी है।
आगे की कार्रवाई की तैयारी
पुलिस ने आरोपी सिपाही राकेश कुमार को मामले की जांच पूरी होने तक किसी भी अनुचित गतिविधि से दूर रहने की चेतावनी दी है। इस मामले में सख्त कार्रवाई का संकेत देते हुए अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि दोष सिद्ध होने पर कानूनी प्रक्रिया के तहत उचित कार्रवाई की जाएगी।