डलमऊ कस्बे के श्मशान घाट स्थित कान्हा गौशाला में क्षमता से अधिक गोवंश रखने और चारा-पानी की कमी के कारण किसान नेता ने मंगलवार देर रात धरना दिया। उनका आरोप है कि व्यवस्था के अभाव में गोवंशों की मौतें हो रही हैं।
डलमऊ की कान्हा गौशाला में गोवंशों की मौत ने पकड़ा तूल : क्षमता से अधिक गोवंश, चारा-पानी की कमी पर किसानों का धरना
Dec 18, 2024 18:26
Dec 18, 2024 18:26
किसान नेता ने लगाए गंभीर आरोप
किसान नेता रमेश बहादुर सिंह ने कहा कि गौशाला के अंदर बेजुबान गोवंशों की दुर्दशा हो रही है। सूचना मिली कि गौशाला में नौ गोवंश मृत पाए गए हैं। अधिकारियों ने केवल पांच मौतें दिखाईं। उन्होंने चेतावनी दी कि जब तक व्यवस्था सुधारी नहीं जाती, आंदोलन जारी रहेगा।
जिला प्रशासन सक्रिय, उपचार में जुटी टीम
घटना की जानकारी पर जिला अधिकारी हर्षिता माथुर के निर्देश पर एसडीएम अभिषेक वर्मा और पशु चिकित्सक की टीम मौके पर पहुंची। घायल गोवंशों का तत्काल उपचार शुरू किया गया। निरीक्षण के दौरान उपजिलाधिकारी ने पशु चिकित्सक से घायल गोवंशों के उपचार का रजिस्टर मांगा और नियमित रिकॉर्ड रखने के निर्देश दिए। साथ ही चारा-पानी की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा।
किसान संगठन पर लगा आरोप
मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी (सीवीओ) डॉ. अनिल कुमार ने बताया कि किसान संगठन ने जबरन गौशाला में क्षमता से अधिक गोवंश भर दिए। उन्होंने कहा कि गौशाला की क्षमता से अधिक गोवंश होने के कारण आपस में लड़ाई के चलते छह माह से दो साल तक के कई गोवंश घायल हो गए। इनमें से कुछ की मौत हुई है। मृत गोवंशों का पोस्टमार्टम करा दिया गया है।
प्रशासन का आश्वासन
जिला अधिकारी ने कहा कि इस मामले में मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) से रिपोर्ट मांगी गई है। रिपोर्ट मिलने के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
किसान और प्रशासन के बीच टकराव
किसान नेता का आरोप है कि गौशाला में गोवंशों के चारा-पानी और उपचार की कोई उचित व्यवस्था नहीं है। वहीं, प्रशासन का कहना है कि गौशाला में सभी व्यवस्थाएं ठीक हैं, और किसान संगठन के आरोप निराधार हैं।
समाधान की दिशा में प्रयास
डलमऊ की कान्हा गौशाला का मुद्दा स्थानीय प्रशासन और किसानों के बीच विवाद का विषय बन गया है। प्रशासन ने जहां सुधार के निर्देश दिए हैं, वहीं किसानों ने आंदोलन जारी रखने की बात कही है। इस मामले में आगे की कार्रवाई जिला प्रशासन की रिपोर्ट और निरीक्षण के आधार पर तय होगी।
ये भी पढ़े : बरेली में नशे में धुत लड़कियों का पेट्रोल पंप पर डांस : रातों-रात सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो, सुरक्षा नियमों की उड़ी धज्जियां
Also Read
18 Dec 2024 10:34 PM
वर्ष 1995 बैच के आईपीएस अफसर आलोक सिंह को नोएडा कमिश्नरेट बनने के बाद पहला पुलिस कमिश्नर बनाया गया था। मूल रूप से अलीगढ़ के रहने वाले आलोक सिंह डीजीपी के सिल्वर और गोल्ड डिस्क से सम्मानित हैं। और पढ़ें