गन्ना किसानों को भुगतान न मिलने के कारण नाराज किसानों ने लखनऊ में बजाज हिंदुस्तान शुगर लिमिटेड के दफ्तर का घेराव किया। बड़ी संख्या में किसान और महिलाएं दफ्तर के बाहर इकट्ठा हुए और जमकर हंगामा किया।
लखनऊ में गन्ना किसानों ने घेरा बजाज हिंदुस्तान शुगर कंपनी का दफ्तर : भुगतान न करने का आरोप, 10 दिसंबर महापंचायत
Nov 30, 2024 17:47
Nov 30, 2024 17:47
किसान हक के लिए सड़कों पर उतरने को मजबूर
प्रदेश अध्यक्ष हरिनाम सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश में बजाज शुगर लिमिटेड की 14 मिलें हैं, जिनमें से पश्चिमी उत्तर प्रदेश की कुछ मिलों में आंशिक भुगतान हुआ है। हालांकि, लखीमपुर, सीतापुर और अन्य पूर्वी जिलों में किसानों को अभी तक एक भी रुपया नहीं मिला है। उन्होंने प्रधानमंत्री के डिजिटल इंडिया के बयान का हवाला देते हुए कहा, प्रधानमंत्री डिजिटल इंडिया की बात करते हैं, लेकिन यहां किसान अपने हक के लिए सड़कों पर उतरने को मजबूर हैं।
14 दिनों के भीतर करें भुगतान
प्रदर्शनकारियों ने गन्ना ट्रैक्टर-ट्रॉलियों से निकालकर दफ्तर परिसर में रख दिया और अधिकारियों से तुरंत कार्रवाई की मांग की। हरिनाम सिंह ने कहा कि सरकार को 14 दिनों के भीतर 1,033 करोड़ रुपये का भुगतान करना चाहिए, वरना किसान यहां से वापस नहीं जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि बजाज जैसे बड़े व्यापारी के लिए यह राशि कोई बड़ी बात नहीं होनी चाहिए, क्योंकि उनके पास 14 शुगर मिलें और पावर प्लांट हैं।
बजाज भवन पर महापंचायत
प्रदेश अध्यक्ष हरनाम सिंह वर्मा ने अनिश्चितकालीन धरने की घोषणा करते हुए कहा कि 10 दिसंबर को बजाज भवन लखनऊ पर किसने की महापंचायत होगी। जिसमें प्रदेश भर के लाखों किस भाग लेंगे बजाज ग्रुप के द्वारा यदि बकाया भुगतान में तेजी नहीं लाई गई तो दस दिसंबर को महापंचायत होगी।
इस जिलों के किसान शामिल
पूर्वी यूपी के कई जिलों से किसान लखनऊ पहुंच रहे हैं, जिनमें पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, गोरखपुर और अयोध्या के किसान शामिल हैं। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को शांत रखने के लिए भारी बल तैनात किया है। अधिकारी किसानों से बातचीत करने में जुटे हैं। किसानों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, उनका प्रदर्शन जारी रहेगा।
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