अखिलेश यादव से शुक्रवार को मंगेश यादव के परिवार वालों ने मुलाकात की। वहीं पार्टी नेता सुनील सिंह साजन ने कहा कि इस घटना में सरकार और पुलिस पूरी तरह से फंस गई है। इसलिए पुलिस महकमे से लेकर भाजपा सरकार के उपमुख्यमंत्री और मंत्री लगातार इस घटना पर सफाई दे रहे हैं।
अखिलेश यादव से मिला मंगेश का परिवार : पुलिस पर दबाव डालकर मनमाफिक बयान दिलवाने का लगाया आरोप
Sep 13, 2024 19:39
Sep 13, 2024 19:39
पहले पकड़कर बाद में एनकाउंटर का आरोप
अखिलेश यादव से शुक्रवार को मंगेश यादव के परिवार वालों ने मुलाकात की। सपा अध्यक्ष ने इसकी तस्वीर सोशल साइट एक्स पर साझा की। इसके साथ ही उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि तथाकथित एनकाउंटर में जिस युवा मंगेश यादव का जीवन चला गया, उसके शोक-संतप्त परिवार का कहना है कि पुलिस मंगेश को 2 सितंबर को ले गयी थी और 5 सितंबर को उसका एनकाउंटर दिखाया गया। इस प्रकरण की गहन जांच और सख्त कार्रवाई ही कानून-व्यवस्था में जनता के खोये हुए विश्वास को वापस ला सकती है। भाजपा ने शासन-प्रशासन का नैतिक आधार खो दिया है।
अखिलेश यादव ने न्याय दिलाने का दिया भरोसातथाकथित एनकाउंटर में जिस युवा मंगेश यादव का जीवन चला गया, उसके शोक-संतप्त परिवार का कहना है कि पुलिस मंगेश को 2 सितंबर को ले गयी थी और 5 सितंबर को उसका एनकाउंटर दिखाया गया।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) September 13, 2024
इस प्रकरण की गहन जाँच और सख़्त कार्रवाई ही क़ानून-व्यवस्था में जनता के खोये हुए विश्वास को वापस ला सकती… pic.twitter.com/7wnWnlJ5NE
समाजवादी पार्टी ने इस मामले में शुक्रवार को कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मंगेश यादव के परिजनों ने लखनऊ में भेंट कर अपनी व्यथा बताई। मंगेश यादव को पुलिस ने घर से उठाकर फर्जी एनकाउंटर में हत्या कर दी। मंगेश के शोकाकुल पिता, मां और बहन ने अखिलेश यादव को पुलिस द्वारा उत्पीड़न किए जाने की भी जानकारी दी। अखिलेश यादव ने पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने का भरोसा दिया।
पुलिस के वीडियो में झूठ के सिवा कुछ नहीं
जौनपुर के गांव अगरौरा थाना बक्सा से आए मंगेश यादव के पिता राकेश यादव, मां शीला देवी और बहन प्रिंसी यादव ने पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी। सुलतानपुर के सर्राफ की दुकान पर 28 अगस्त को लूट हुई थी। इसके बाद 2 सितंबर 2024 की रात दो बजे पुलिस मंगेश को घर से उठाकर ले गई। 3-4 सितंबर को दिन में पुलिस घर आई और कहा कि पूछताछ हो रही है। तुम्हारा लड़का छोड़ दिया जाएगा। 5 सितंबर को उसकी पुलिस अभिरक्षा में फर्जी एनकाउंटर में हत्या कर दी गई। पुलिस वालों ने कहा जाओ सुलतानपुर के पोस्टमार्टम हाउस में लाश ले आओ। पीड़ित परिजनों ने बताया कि पुलिस ने जबरदस्ती दबाव डालकर वीडियो बनाया है, जिसमें झूठ के सिवा कुछ नहीं है। जो वीडियो पुलिस प्रसारित कर रही है उसमें दबाव में उनसे मनमाफिक बयान दिलवाया गया है। पूरा गांव सच्चाई बता रहा है। मंगेश को जबरदस्ती अपराधी बताकर पुलिस एनकाउंटर वाहवाही लूट रही है।
सच का ही एनकाउंटर करने में जुटी यूपी पुलिस
अखिलेश यादव ने पीड़ित परिजनों को भरोसा दिया कि उनके बेटे की पुलिस द्वारा हत्या किए जाने की निष्पक्ष जांच कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में पुलिस का नया तरीका है, किसी को भी उठाओ, झूठी कहानी बनाओ और परिवार पर दबाव डालकर सच का ही एनकाउंटर कर दो। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में एनकाउंटर आंकड़ा, गैरकानूनी हत्याओं की नाइंसाफी का भी आंकड़ा और साथ ही पीडीए के विरुद्ध अन्याय का आंकड़ा है। पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यकों पर रोज ही अत्याचार हो रहे हैं।
बरामदगी पर सपा ने उठाए सवाल
इस मामले में पुलिस ने रिमांड पर लिए गए मास्टरमाइंड विपिन सिंह की निशानदेही पर बुधवार को चार आरोपियों को गिरफ्तार कर सर्राफ की दुकान से लूटे गए सोने के शत-प्रतिशत आभूषण बरामद कर लेने का दावा किया है। बरामद आभूषणों का वजन 2.633 किलोग्राम है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों पर एक-एक लाख का इनाम रखा गया था। अब इस मामले में अज्ञात समेत छह आरोपियों की गिरफ्तारी शेष है। समाजवादी पार्टी ने इस पर भी सवाल खड़े किए हैं।
डरा-धमकाकर मोटरसाइकिल चोरी की एफआईआर दर्ज कराने का आरोप
पार्टी नेता सुनील सिंह साजन ने शुक्रवार को कहा कि इस घटना में सरकार और पुलिस पूरी तरह से फंस गई है। इसलिए पुलिस महकमे से लेकर भाजपा सरकार के उपमुख्यमंत्री और मंत्री लगातार इस घटना पर सफाई दे रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा उस पुलिस को बचा रही है, जिसने मंगेश यादव की हत्या की है। डीजीपी घटना में इस्तेमाल मोटसाइकल चोरी किए जाने की बात कर रहे हैं। उसके बारे में पता चला है कि जिसकी मोटरसाइकिल है, उसी पर दबाव बना गया। डरा-धमकाकर उससे एफआईआर दर्ज करवाई गई कि मेरी मोटरसाइकिल कुछ दिन पहले चोरी हो गई है।
चांदी पर सोने की परत चढ़ाकर माल दिखाया जा रहा बरामद
सुनील सिंह साजन ने कहा कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने जब सवाल उठाया तो पुलिस ने लूटे गए माल से ज्यादा वापस कर दिया। जानकारी के मुताबिक, पुलिस चांदी पर सोने की परत चढ़ाकर बरामदगी दिखा रही है। अब सर्राफ पर माल किसी को नहीं दिखाने का दबाव बना रही है। वह इसलिए क्योंकि अगर इसकी जांच हो गई तो सारी पोल-पट्टी खुल जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार और पुलिस मंगेश हत्याकांड में पूरी तरह फंस गई है। जब भी इस घटना की पारदर्शिता से जांच होगी तो सभी हत्यारे सलाखों के पीछे जाएंगे।
डीजीपी बोले- पुलिस की कार्रवाई कानूनन सही, कोर्ट में साबित करेंगे
इस मामले में डीजीपी प्रशांत कुमार का कहना है कि पुलिस मुठभेड़ में मारा गया मंगेश यादव लूटकांड में शामिल था और पुलिस की कार्रवाई साक्ष्य आधारित थी। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि पुलिस की जीरो टॉलरेंस नीति के तहत किसी भी अपराधी के खिलाफ निष्पक्ष कार्रवाई की जाती है। मंगेश यादव के खिलाफ उपलब्ध सबूतों के आधार पर उसे इस घटना में सम्मिलित माना गया है। डीजीपी ने कहा कि यह कार्रवाई पूरी तरह से न्यायिक प्रक्रिया का पालन करते हुए की गई है और पुलिस इसे अदालत में सही ठहराएगी।
लूट में इस्तेमाल मोटरसाइकिल और अन्य आरोपियों की भूमिका
एडीजी अमिताभ यश ने बताया कि लूट की साजिश पहले से रची गई थी। घटना से पहले दुकान की रेकी 13 और 15 अगस्त को की गई थी, जिसका वीडियो साक्ष्य पुलिस के पास है। मुख्य आरोपी विपिन सिंह और अन्य अपराधी इस घटना में शामिल थे। लूट के लिए इस्तेमाल की गई मोटरसाइकिल जौनपुर से चोरी की गई थी, जिसे मंगेश यादव ने घटना के दौरान प्रयोग किया था
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