पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्यामलाल पाल ने मैनपुरी की करहल विधानसभा सीट को लेकर अपनी शिकायत में कहा है कि विधानसभा क्षेत्र की बूथ संख्या 264, 256, 227 और 412 की ईवीएम खराब है। बूथ संख्या 186 में सुबह से बिजली ही नहीं है, ऐसे में मतदान प्रक्रिया प्रभावित हो रही है।
UP By Election 2024 : यूपी में नौ सीटों पर उपचुनाव की वोटिंग शुरू, अखिलेश यादव बोले- सौ प्रतिशत रहें सावधान, सपा ने की शिकायत
Nov 20, 2024 07:46
Nov 20, 2024 07:46
अखिलेश बोले- अपना वोट डालने जरूर जाएं
अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में जिन नौ विधानसभा सीटों पर चुनाव हो रहे हैं, वहां के सभी मतदाताओं से ये अपील है कि अपने भविष्य और संविधान के प्रति वचनबद्ध रहते हुए, अपना वोट डालने जरूर जाएं। उन्होंने सोशल साइट एक्स पर कहा कि सौ प्रतिशत मतदान, सौ प्रतिशत सावधान।
करहल विधानसभा सीट को लेकर शिकायत
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्यामलाल पाल ने मैनपुरी की करहल विधानसभा सीट को लेकर अपनी शिकायत में कहा है कि विधानसभा क्षेत्र की बूथ संख्या 264, 256, 227 और 412 की ईवीएम खराब है। बूथ संख्या 186 में सुबह से बिजली ही नहीं है, ऐसे में मतदान प्रक्रिया प्रभावित हो रही है। इसके साथ ही सेक्टर नंबर 21 के बूथ प्रभारी राम लखन दिवाकर और बूथ संख्या 336 के नगला मुनी बूथ अध्यक्ष रत्नेश यादव को पुलिस उठाकर ले गई है। बूथ नंबर 231, 225 और 226 के सपा के बूथ एजेंट को धमकाया जा रहा है।
सीसामऊ विधानसभा सीट पर पोलिंग एजेंट को लेकर पुलिस की शिकायत
पार्टी ने कानपुर की सीसामऊ विधानसभा सीट पर उपचुनाव को लेकर भी शिकायत की है। इसे लेकर कहा गया है कि जुबली मतदान केंद्र पर सपा के पोलिंग एजेंट को पुलिस अंदर नहीं जाने दे रही है। उन्होंने शिकायत को तत्काल संज्ञान में लेकर कार्रवाई की मांग की है
पोलिंग ऑफिसर ही चेक करेंगे वोटर आईडी कार्ड
प्रदेश में उपचुनाव मुजफ्फरनगर, मुरादाबाद, गाजियाबाद, अलीगढ़, मैनपुरी, कानपुर नगर, प्रयागराज, अम्बेडकर नगर और मिर्जापुर जनपद में रिक्त विधानसभा सीटों पर संपन्न कराया जा रहा है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा के मुताबिक इस बार मतदान का समय बदलकर शाम 5 बजे तक रखा गया है। इसका कारण जल्दी अंधेरा होना बताया गया है, जिससे मतदाताओं की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। पहले मतदान का समय सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक होता था। उन्होंने बताया कि मतदान को लेकर सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं। पर्याप्त संख्या में केंद्रीय और राज्य की पुलिस लगाई गई हैं। मतदाताओं के पहचान पत्र पोलिंग ऑफिसर ही चेक करेंगे। ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मी पहचान पत्र नहीं देखेंगे।