आईपीएस अधिकारी हिमांशु कुमार के विरुद्ध 2020 से भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच चल रही थी। पांच वर्ष पहले 2020 में गौतमबुद्धनगर के तत्कालीन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक वैभव कृष्ण ने हिमांशु कुमार सहित अन्य अफसरों सुधीर कुमार, अजय पाल शर्मा, गणेश प्रसाद साहा और राजीव नारायण मिश्रा पर रुपये लेकर अफसरों के तबादले व तैनाती के आरोप लगाए थे।
Lucknow News : आईपीएस अफसर हिमांशु कुमार का डीआईजी के पद पर प्रमोशन, जांच में मिल चुकी है क्लीन चिट
Nov 29, 2024 20:12
Nov 29, 2024 20:12
डीपीसी की बैठक में लगी प्रमोशन पर मुहर
आईपीएस अफसर को अनुशासन एवं अपील नियमावली-1969 के नियम-8 के अंतर्गत यह प्रमोशन दिया गया है। यह निर्णय बीती 19 नवंबर को विभागीय पदोन्नति समिति (DPC) द्वारा की गई सिफारिश के बाद किया गया। नए आदेश के अनुसार, हिमांशु कुमार का प्रमोशन 1 जनवरी 2023 से प्रभावी माना जाएगा। इसके तहत उन्हें मेट्रिक्स लेवल-13 के वेतनमान (₹1,31,100 से ₹2,16,600) का लाभ प्राप्त होगा। प्रमोशन को लेकर जारी पत्र में कहा गया है कि हिमांशु कुमार को उनके खिलाफ विभागीय कार्यवाही बिना किसी दण्ड के समाप्त होने के फलस्वरूप दी गई है।
वर्ष 2020 में इन आरोपों को लेकर जांच हुई शुरू
आईपीएस अधिकारी हिमांशु कुमार के विरुद्ध 2020 से भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच चल रही थी। पांच वर्ष पहले 2020 में गौतमबुद्धनगर के तत्कालीन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक वैभव कृष्ण ने प्रेस कान्फ्रेंस में हिमांशु कुमार सहित अन्य अफसरों सुधीर कुमार, अजय पाल शर्मा, गणेश प्रसाद साहा और राजीव नारायण मिश्रा पर स्थानीय पत्रकारों व बिल्डरों के साथ मिलकर रुपये लेकर अफसरों के तबादले व तैनाती के आरोप लगाए थे। साथ ही शासन को गोपनीय पत्र भी लिखा था। इसके बाद शासन ने मामले की जांच विजिलेंस को सौंपी थी। साथ ही सभी आरोपित अधिकारियों के विरुद्ध विभागीय जांच भी शुरू की गई थी। हिंमाशु कुमार को छोड़कर बाकी चार आईपीएस अफसर पहले ही दोषमुक्त साबित हो गए थे। वहीं आरोप लगाने वाले वैभव कृष्ण भी पदोन्नत होकर डीआइजी बन चुके हैं। अब हिमांशु कुमार को भी प्रमोशन मिल गया है।
Also Read
29 Nov 2024 09:57 PM
शुक्रवार को नगर निगम की सफाई व्यवस्था की हकीकत जानने के लिए वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने शहर के चार वार्डों का निरीक्षण किया। उन्होंने अंबेडकर नगर, मालवीय नगर, कल्बे आबिद और ऐशबाग वार्ड का दौरा किया। सफाई में लापरवाही मिलने पर मंत्री ने अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई और पढ़ें