वक्फ संशोधन विधेयक के खिलाफ सेव वक्फ इंडिया के अयोध्या मंडल के प्रभारी मौलाना इफ्तिखार हुसैन इंकलाबी ने गहरी नाराजगी जताई है। उन्होंने सरकार पर भू माफियाओं और वक्फ संपत्तियों को हथियाने वालों की मदद करने का आरोप लगाया।
वक्फ संशोधन विधेयक का विरोध : सेव वक्फ इंडिया ने देश भर में प्रदर्शन की दी चेतावनी, अयोध्या धाम से आंदोलन के आगाज का एलान
Sep 21, 2024 01:37
Sep 21, 2024 01:37
वक्फ संपत्तियों की सुरक्षा पर मंडरा रहा खतरा
मौलाना इंकलाबी ने शुक्रवार को कहा कि वक्फ संशोधन बिल के तहत ऐसे प्रावधान किए जा रहे हैं जो वक्फ संपत्तियों को भू माफियाओं के हाथों में सौंप देंगे। उन्होंने इस बात पर चिंता जाहिर की कि यह कानून वक्फ बोर्डों की शक्तियों को कमजोर कर सकता है और वक्फ संपत्तियों की सुरक्षा पर खतरा मंडरा रहा है। मौलाना ने कहा कि सरकार को भू माफियाओं और वक्फ संपत्तियों पर कब्जा करने वालों की मदद नहीं करनी चाहिए, बल्कि उन्हें रोकने के लिए सख्त कदम उठाने चाहिए। मौलाना ने यह भी कहा कि वक्फ संपत्तियों को बेचना या उनकी सुरक्षा में ढील देना देश की सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहर को नुकसान पहुंचाएगा। उन्होंने चेतावनी दी कि कोई भी कानून जो वक्फ संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने वाला होगा, उसे किसी भी हाल में स्वीकार नहीं किया जाएगा।
देशव्यापी आंदोलन का एलान
मौलाना इंकलाबी ने एलान किया कि सेव वक्फ इंडिया जल्द ही देशव्यापी आंदोलन की शुरुआत करेगी। इस आंदोलन के तहत प्रत्येक जिले और तहसील में प्रदर्शन और भूख हड़ताल की जाएगी। उन्होंने कहा कि यह आंदोलन अयोध्या धाम से शुरू होगा और धीरे-धीरे पूरे देश में फैलेगा। आंदोलन का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि वक्फ संपत्तियों की रक्षा के लिए कोई भी कानून या संशोधन वक्फ के अधिकारों को कमजोर न करे। मौलाना ने कहा कि हम सड़कों पर उतरेंगे और सरकार को मजबूर करेंगे कि वह वक्फ संपत्तियों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाए। वक्फ संपत्तियां सिर्फ हमारी धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान का हिस्सा नहीं हैं, बल्कि उन्हें बचाना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है।
विपक्षी दलों से समर्थन की अपील
मौलाना इंकलाबी ने सभी विपक्षी दलों से अपील की कि वे इस मुद्दे पर एकजुट होकर सरकार का विरोध करें। उन्होंने कहा कि वक्फ संपत्तियों की सुरक्षा केवल शिया और सुन्नी समुदाय का मसला नहीं है, बल्कि यह एक राष्ट्रीय मुद्दा है, जो देश की सांस्कृतिक धरोहर की रक्षा से जुड़ा है। उन्होंने विपक्षी नेताओं से कहा कि वे संसद में इस बिल का पुरजोर विरोध करें और सरकार को इसे वापस लेने के लिए मजबूर करें। उन्होंने कहा कि हमारी लड़ाई सिर्फ हमारे अधिकारों की नहीं, बल्कि देश की सांस्कृतिक धरोहर की भी है।
अयोध्या धाम की विशेष भूमिका
अयोध्या धाम को इस आंदोलन का केंद्र बनाने की घोषणा करते हुए मौलाना इंकलाबी ने कहा कि यह धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है। अयोध्या धाम एक ऐसा स्थान है जहां से आंदोलन की शुरुआत करने का मकसद वक्फ संपत्तियों की पवित्रता और धार्मिक महत्व को उजागर करना है। यहां से शुरू होने वाला आंदोलन पूरे देश में फैलेगा और सरकार पर वक्फ संपत्तियों के प्रति अपनी नीतियों पर पुनर्विचार करने का दबाव बनेगा।
वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर समुदाय में गहरी चिंता
मौलाना ने कहा कि भारत में वक्फ संपत्तियों की सुरक्षा और प्रबंधन के लिए 1995 में वक्फ एक्ट लागू किया गया था। इसका उद्देश्य वक्फ संपत्तियों को सुरक्षित रखना और उन्हें बेईमान तत्वों से बचाना था। लेकिन हाल ही में प्रस्तावित वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर समुदाय में गहरी चिंता व्याप्त है। इस संशोधन में वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन और सरकारी हस्तक्षेप के प्रावधानों को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा यह संघर्ष तब तक जारी रहेगा जब तक सरकार वक्फ संपत्तियों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम नहीं उठाती।
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