इस लैब के निर्माण के बाद, सीसीएसयू के शोधार्थियों को रुड़की, कानपुर और दिल्ली की यात्रा करने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। इस पर काम दिवाली के बाद शुरू होने की योजना है...
सीसीएसयू में बनेगी यूपी की सबसे बड़ी लैब : 30 करोड़ की लागत से होगी तैयार, शोधार्थियों को मिलेगी राहत
Oct 12, 2024 11:38
Oct 12, 2024 11:38
- चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में बनेगी सबसे बड़ी लैब
- शोधकर्ताओं को मिलेगी राहत
- 30 करोड़ की लागत से होगी तैयार
अत्याधुनिक उपकरणों से होगा लैस
बता दें कि इस प्रयोगशाला को 2025 तक 30 करोड़ रुपये की लागत से तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए विश्वविद्यालय को पीएम उषा योजना के तहत वित्तीय सहायता प्राप्त हुई है। लैब में भौतिक विज्ञान, जंतु विज्ञान, वनस्पति विज्ञान, रसायन विज्ञान और इंजीनियरिंग जैसे विभिन्न विषयों के लिए अत्याधुनिक उपकरण उपलब्ध होंगे।
अन्य कॉलेज और संस्थाओं को भी मिलेगा फायदा
यह प्रयोगशाला पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसी भी राज्य विश्वविद्यालय में स्थापित होने वाली पहली ऐसी लैब होगी। इसके निर्माण से सीसीएसयू को न केवल एक नया शोध केंद्र मिलेगा, बल्कि यह विश्वविद्यालय के विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान देगा। लैब की स्थापना के बाद, सीसीएसयू से जुड़े कॉलेजों के छात्रों को भी यहां उपकरणों का उपयोग करने का अवसर मिलेगा। इसके अलावा, अन्य राज्य विश्वविद्यालय, कॉलेज और स्वतंत्र संस्थाएं भी सीआईएफ के उपकरणों का उपयोग कर सकेंगी, जब उन्हें अनुमति दी जाएगी।
नहीं जाना पड़ेगा रुड़की और दिल्ली
विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार धीरेंद्र कुमार ने बताया कि यह सीआईएफ पश्चिमी उत्तर प्रदेश में शोध उपकरणों के लिए सबसे बड़ी प्रयोगशाला होगी। वर्तमान में ऐसी सुविधाएं केवल आईआईटी रुड़की और दिल्ली विश्वविद्यालय में उपलब्ध हैं, इसलिए सीसीएसयू की लैब शोध क्षेत्र में महत्वपूर्ण कार्यों को संभव बनाएगी।
यहां बनाई जाएगी लैब
यह प्रयोगशाला कैंटीन की तरफ बनाई जाएगी, जिसके कारण कैंटीन, छात्रसंघ कार्यालय और कैफे को अन्य स्थानों पर स्थानांतरित किया जाएगा। लैब में छात्रों को एक्स-रे, फील्ड इमिशन माइक्रोस्कोप, रमन स्पेक्ट्रोस्कोपी, कंप्यूटर लैब ऑप्टिमाइजेशन लर्निंग टूल और सॉफ्टवेयर लैब जैसी अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
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