यमुना प्राधिकरण की नई जिम्मेदारी संभालेंगी IAS श्रुति : नोएडा एयरपोर्ट और फिल्म सिटी पर बढ़ेगा काम का रफ्तार

नोएडा एयरपोर्ट और फिल्म सिटी पर बढ़ेगा काम का रफ्तार
UPT | IAS श्रुति

Nov 20, 2024 16:35

यमुना प्राधिकरण में बड़े प्रशासनिक बदलाव हुए हैं। प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) डॉ. अरुणवीर सिंह ने व्यक्तिगत कारणों से लंबी छुट्टी पर जाने का निर्णय लिया है।

Nov 20, 2024 16:35

Greater Noida News : यमुना प्राधिकरण में बड़े प्रशासनिक बदलाव हुए हैं। प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) डॉ. अरुणवीर सिंह ने व्यक्तिगत कारणों से लंबी छुट्टी पर जाने का निर्णय लिया है। उनके स्थान पर प्राधिकरण के सुचारु संचालन और प्रमुख परियोजनाओं की देखरेख के लिए अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी (एसीईओ) श्रुति को सीईओ का कार्यभार सौंपा गया है।

सीईओ का कार्यभार संभाला
डॉ. अरुणवीर सिंह की अनुपस्थिति में एसीईओ श्रुति ने सीईओ का चार्ज संभाल लिया है। यमुना प्राधिकरण के अंतर्गत चल रही प्रमुख परियोजनाओं, जैसे नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, विश्व की सबसे बड़ी फिल्म सिटी, और औद्योगिक पार्क के विकास को तय समय पर पूरा करने के लिए श्रुति ने कमान संभाली है।

कौन हैं IAS श्रुति?
श्रुति 2011 बैच की भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) की अधिकारी हैं। उन्होंने अपनी प्रशासनिक यात्रा में कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है। इससे पहले, वह नोएडा अथॉरिटी में एसीईओ के पद पर कार्यरत थीं। साथ ही, बलरामपुर और फतेहपुर जिलों में जिलाधिकारी के रूप में भी उन्होंने अपनी सेवाएं दी हैं। श्रुति का प्रशासनिक अनुभव और कुशल नेतृत्व उन्हें इस नई भूमिका में बेहतर प्रदर्शन करने में मदद करेगा।



महत्वपूर्ण परियोजनाओं पर नजर
यमुना प्राधिकरण के अंतर्गत वर्तमान में कई महत्वाकांक्षी परियोजनाएं चल रही हैं। इनमें नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा और फिल्म सिटी प्रमुख हैं। प्राधिकरण के एक अधिकारी ने बताया कि श्रुति के नेतृत्व में इन परियोजनाओं की रफ्तार बनी रहेगी। अधिकारियों का कहना है कि यह बदलाव अस्थायी है और इससे किसी परियोजना पर नकारात्मक असर नहीं पड़ेगा।

श्रुति की प्राथमिकताएं, स्थानीय और औद्योगिक विकास पर असर
नए कार्यभार को संभालने के बाद श्रुति ने कहा कि उनका लक्ष्य है कि सभी परियोजनाएं समय पर और गुणवत्तापूर्ण ढंग से पूरी हों। उन्होंने बताया कि विकास कार्यों में रुकावट न आए, इसके लिए टीमवर्क और ठोस योजनाओं पर जोर दिया जाएगा। यमुना प्राधिकरण की परियोजनाएं न केवल क्षेत्रीय विकास को गति देंगी बल्कि स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर पर औद्योगिक निवेश को भी बढ़ावा देंगी। श्रुति के नेतृत्व में प्राधिकरण की कार्यप्रणाली में और अधिक पारदर्शिता और कुशलता आने की उम्मीद है।

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