नोएडा, गाजियाबाद और फरीदाबाद के साथ नजदीकी गांवों-कस्बों का सफर करने वाले लाखों लोगों के लिए राहत की खबर है। 12 साल से रुक-रुककर चलने वाले फरीदाबाद-नोएडा-गाजियाबाद (FNG) एक्सप्रेसवे पर जल्द काम शुरू...
12 साल का इंतजार खत्म : एफएनजी का काम शुरू होने की तैयारी, लोगों का सफर होगा आसान
Nov 15, 2024 13:43
Nov 15, 2024 13:43
दो राज्यों में होने से अटका था पेच
FNG एक्सप्रेसवे के निर्माण में देरी की वजह इसका हरियाणा और उत्तर प्रदेश से गुजरना भी है। दोनों ओर से कई मसलों पर सहमति न होने और जमीन अधिग्रहण न होने से इस प्रोजेक्ट में लगातार देरी होती रही। पर अब दोनों राज्य इसे जल्द पूरा करने की ओर कदम बढ़ा रहे हैं। हरियाणा के लोक निर्माण विभाग की तरफ से एफएनजी परियोजना के सर्वेक्षण का काम पूरा किया जा चुका है। इसे लेकर मंगलवार को बैठक बुलाकर समीक्षा की गई।
900 करोड़ रुपये खर्च होंगे
इस महत्वाकांक्षी परियोजना पर लगभग 900 करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है, जिसमें जमीन अधिग्रहण से लेकर निर्माण कार्य तक सभी खर्च शामिल हैं। परियोजना को गति देने के लिए इस हफ्ते यूपी में जिला स्तर पर सभी विभागीय अधिकारियों की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित बुलाई गई थी। गाजियाबाद और नोएडा क्षेत्र में तो इस एक्सप्रेसवे का थोड़ा-बहुत काम हुआ भी लेकिन फरीदाबाद में खास नहीं हो सका था। हरियाणा और यूपी में हुई बैठकों में व्यवहारिक अड़चनों को दूर करने की योजना बनाई गई।
भीषण जाम से मिलेगी निजात
सरकारी मंजूरी मिलते ही इस परियोजना को तेजी से आगे बढ़ाया जाएगा। यह परियोजना तीन प्रमुख शहरों फरीदाबाद, नोएडा और गाजियाबाद के बीच यातायात को सुगम बनाएगी। वर्तमान में, प्रतिदिन लगभग एक लाख लोग नौकरी और अन्य कामों के लिए नोएडा-गाजियाबाद की यात्रा करते हैं। यमुना नदी की मौजूदगी के कारण, वर्तमान में फरीदाबाद और नोएडा के बीच कोई सीधा मार्ग नहीं है, जिससे लोगों को कालिंदीकुंज होकर जाना पड़ता है, जहां नियमित रूप से भीषण जाम की स्थिति बनी रहती है।
यमुना नदी पर 600 मीटर लंबा पुल बनेगा
पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों के अनुसार, एफएनजी एक्सप्रेसवे की शुरुआत ग्रेटर फरीदाबाद सेक्टर 87 से होगा। इसमें खेड़ी गांव होते हुए लालपुर तक नौ किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण किया जाएगा। यमुना नदी पर 600 मीटर लंबा पुल बनाया जाएगा, जिसे नोएडा के मंगरोली गांव से जोड़ा जाएगा। अकेले पुल निर्माण पर ही लगभग 500 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है।
मंजूरी मिलते ही निर्माण कार्य शुरू
लोक निर्माण विभाग के कार्यकारी अभियंता प्रदीप संधू ने इस परियोजना के महत्व को रेखांकित करते हुए बताया कि सरकारी मंजूरी मिलते ही निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। यह परियोजना न केवल यात्रा समय को कम करेगी बल्कि क्षेत्र के आर्थिक विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
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