सुपरटेक केपटाउन सोसाइटी में लगभग पांच हजार फ्लैट हैं, जहां करीब 25 हजार लोग रहते हैं। निवासियों का आरोप है कि बिल्डर द्वारा अधिक मेंटेनेंस चार्ज वसूला जा रहा था और सोसाइटी की उचित देखभाल नहीं की जा रही थी।
सुपरटेक केपटाउन में एओए को मिलेगी जिम्मेदारी : NCLAT ने प्रबंधन सौंपने का दिया आदेश, निवासियों ने ली राहत की सांस
Sep 27, 2024 17:01
Sep 27, 2024 17:01
2020 से विवाद शुरू
एओए अध्यक्ष अरुण शर्मा ने बताया कि यह लंबे समय से चल रहे विवाद का अंत है। उन्होंने कहा कि 2020 में हाईकोर्ट के आदेश पर एओए का गठन किया गया था, लेकिन बिल्डर ने सोसाइटी का प्रबंधन सौंपने में टालमटोल की। इसके बाद एओए ने 2023 में एनसीएलएटी में याचिका दायर की थी।
बिल्डर पर आरोप
सुपरटेक केपटाउन सोसाइटी में लगभग पांच हजार फ्लैट हैं, जहां करीब 25 हजार लोग रहते हैं। निवासियों का आरोप है कि बिल्डर द्वारा अधिक मेंटेनेंस चार्ज वसूला जा रहा था और सोसाइटी की उचित देखभाल नहीं की जा रही थी। इसी बीच कंपनी कॉरपोरेट इनसॉल्वेंसी रेजोल्यूशन प्रोसेस (CIRP) के अधीन हो गई, जिससे स्थिति और बिगड़ गई। एनसीएलएटी ने अब इंसॉल्वेंसी रिजॉल्यूशन को निर्देश दिया है कि वह सोसाइटी का प्रबंधन एओए को सौंपने की प्रक्रिया शुरू करे। अगली सुनवाई 21 अक्टूबर को निर्धारित की गई है।
पानी की किल्लत
निवासियों के सामने कई समस्याएं हैं। सोसाइटी में पानी की आपूर्ति पर्याप्त नहीं है, जिसके कारण लोगों को कई बार बाहर से टैंकर मंगवाने पड़ते हैं। इसके अलावा, बेसमेंट में पार्किंग की समुचित व्यवस्था नहीं है। एओए अध्यक्ष ने आश्वासन दिया है कि सोसाइटी का प्रबंधन मिलते ही वे सभी आवश्यक कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर शुरू करेंगे। उन्होंने कहा कि बिल्डर की ओर से बाकी रह गए कार्य भी पूरे कराए जाएंगे।
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