योगी सरकार के प्रयासों से उत्तर प्रदेश को 'उत्तम और उद्यम प्रदेश' बनाने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है।
UP International Trade Show 2024 : वियतनाम के साथ साझेदारी से दक्षिण एशियाई और आसियान बाजारों में यूपी के उत्पादों की बढ़ेगी पहुंच
Sep 26, 2024 21:16
Sep 26, 2024 21:16
कई मंत्रियों और अधिकारियों ने लिया भाग
गुरुवार को आयोजित इन सत्रों में योगी सरकार के कई मंत्रियों और अधिकारियों ने भाग लिया, जबकि ई-कॉमर्स सत्र में अमेजन, पिंग पॉन्ग, और बिग कॉमर्स जैसी प्रमुख कंपनियों के प्रतिनिधियों ने भागीदारी की। इस दौरान नवाचार और स्टार्टअप के विकास पर भी गहन चर्चा की गई, जहां अब्दुल कलाम तकनीकी विश्वविद्यालय (AKTU) ने अपने इनोवेशन हब के माध्यम से उद्यमियों और स्टार्टअप्स के लिए फंडिंग और संसाधनों की संभावनाओं पर बात की।
40 हजार से ज्यादा आगंतुकों ने लिया हिस्सा
उप राष्ट्रपति जगदीप धनकड़, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय MSME मंत्री जीतन राम मांझी की उपस्थिति में बुधवार को शुरू हुए पांच दिवसीय यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो के दूसरे दिन, गुरुवार को 40,000 से अधिक आगंतुकों और 18,000 से अधिक खरीदारों ने कार्यक्रम में भाग लिया। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के कई वरिष्ठ मंत्रियों और अधिकारियों की उपस्थिति में व्यापार और उद्योग जगत के लिए महत्वपूर्ण सत्र आयोजित किए गए।
यूपी-वियतनाम साझेदारी से बढ़ेगा व्यापार
गुरुवार को आयोजित पहले सत्र में वियतनाम और उत्तर प्रदेश के बीच रणनीतिक साझेदारी पर चर्चा की गई। इस सत्र में वियतनाम के राजदूत गुयेन थान है और वियतनामी डेलिगेशन ने भाग लिया। वियतनाम इस साल यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो का 'पार्टनर कंट्री' है, और इस साझेदारी से उत्तर प्रदेश के उत्पादों को दक्षिण एशियाई और आसियान बाजारों में प्रवेश करने का अवसर मिलेगा। वियतनाम के राजदूत ने उत्तर प्रदेश के आर्थिक विकास में सहयोग करने की प्रतिबद्धता जताई और व्यापार के क्षेत्र में दोनों देशों के प्राचीन सांस्कृतिक संबंधों को आधार मानते हुए मजबूत साझेदारी का आह्वान किया। इस मौके पर यूपी के MSME मंत्री राकेश सचान ने कहा कि दोनों देशों की साझेदारी स्वाभाविक है क्योंकि दोनों की सांस्कृतिक जड़ें गहरी हैं। उन्होंने पर्यटन और आतिथ्य जैसे क्षेत्रों में निवेश के लिए वियतनामी निवेशकों को आमंत्रित किया।
डिजिटल युग में यूपी की वैश्विक हिस्सेदारी
दूसरे सत्र में, ई-कॉमर्स पर केंद्रित एक सेशन आयोजित किया गया, जिसमें वैश्विक ई-कॉमर्स कंपनियों अमेजन, पिंग पॉन्ग, और बिग कॉमर्स के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इस सत्र में उत्तर प्रदेश की MSME इकाइयों और छोटे व्यवसायों को डिजिटल प्लेटफार्मों के माध्यम से वैश्विक बाजार तक पहुंचाने की रणनीतियों पर चर्चा की गई। राकेश सचान ने बताया कि योगी सरकार डिजिटल परिवर्तन के जरिए छोटे और मध्यम उद्यमों को सशक्त बना रही है। सत्र के दौरान, वक्ताओं ने ई-कॉमर्स के महत्व पर प्रकाश डाला और बताया कि कैसे उत्तर प्रदेश के उत्पादों को डिजिटल माध्यमों से वैश्विक स्तर पर बेहतर पहुंच दिलाई जा सकती है। इस सत्र में कई व्यावहारिक उदाहरण प्रस्तुत किए गए, जिनसे डिजिटल युग में यूपी के उत्पादों की वैश्विक पहचान को और मजबूत किया जा सकता है।
नवाचार और स्टार्टअप पर जोर
गुरुवार को आयोजित तीसरे सत्र में नवाचार और स्टार्टअप्स के विकास पर चर्चा की गई। यह सत्र अब्दुल कलाम तकनीकी विश्वविद्यालय (AKTU) द्वारा आयोजित किया गया था, जिसमें विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. जे.पी. पांडे और इनोवेशन हब के प्रमुख माहीप सिंह ने हिस्सा लिया। सत्र के दौरान, यूपी के उद्यमियों और स्टार्टअप्स के लिए उपलब्ध फंडिंग और अन्य संसाधनों पर बात की गई। AKTU के कुलपति प्रो. पांडे ने बताया कि कैसे विश्वविद्यालय की पहलें उत्तर प्रदेश में उद्यमिता को बढ़ावा दे रही हैं। उन्होंने "अकादमिक उत्कृष्टता से उद्यमिता तक की यात्रा" पर एक प्रेजेंटेशन दी, जिसमें छात्रों और नवोदित उद्यमियों को कैसे मार्गदर्शन और समर्थन प्रदान किया जा सकता है, इस पर चर्चा की गई। AKTU इनोवेशन हब द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के तहत स्थानीय स्टार्टअप्स को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं शुरू की गई हैं, जिनसे नए उद्यमियों को अपना व्यवसाय शुरू करने में सहायता मिलेगी।
योगी सरकार की सेक्टोरल पॉलिसी पर विशेष फोकस
कार्यक्रम के दौरान उत्तर प्रदेश की सेक्टोरल पॉलिसी पर भी ध्यान केंद्रित किया गया। इस सत्र में, राज्य सरकार की ओर से विभिन्न मंत्रियों ने हिस्सा लिया और सरकार की नीतियों और योजनाओं के बारे में जानकारी दी। MSME मंत्री राकेश सचान ने बताया कि योगी सरकार की विभिन्न नीतियों का उद्देश्य प्रदेश के उद्यमियों को समर्थन देना और उन्हें वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने के लिए तैयार करना है।
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