यमुना एक्सप्रेसवे पर घने कोहरे के कारण होने वाले दुर्घटनाओं की संभावनाओं को कम करने और यातायात को सुगम बनाने के लिए एक्सप्रेसवे प्रशासन और यातायात पुलिस ने नई रणनीतियों को लागू किया है।
यमुना एक्सप्रेसवे पर यातायात पुलिस अलर्ट : दुर्घटनाओं पर लगेगी रोक, किनारे वाहन खड़ा करने पर कटेगा चालान
Nov 23, 2024 19:19
Nov 23, 2024 19:19
- एक्सप्रेसवे प्रशासन और यातायात पुलिस की नई रणनीति
- ओवरलोड वाहनों पर होगी सख्त कार्रवाई
- आग की घटनाओं पर नियंत्रण के लिए पांच फायर सेफ्टी टीमें
दुर्घटनाओं से बचाव के विशेष इंतजाम
एक्सप्रेसवे पर दुर्घटनाओं से निपटने के लिए प्रशासन ने विशेष इंतजाम किए हैं। जीरो प्वाइंट से जेवर टोल तक दोनों ओर चार-चार टीमें तैनात की गई हैं, जो किनारे पर खड़े वाहनों और ओवरलोड वाहनों पर नजर रखेंगी। घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाने के लिए 6 एंबुलेंस सेवाएं तैयार हैं, और दुर्घटनाग्रस्त वाहनों को जल्दी हटाने के लिए क्रेनों की संख्या बढ़ाकर 11 कर दी गई है।
फायर सेफ्टी और सहायता सेवाओं की तैनाती
एक्सप्रेसवे पर वाहनों में आग लगने की घटनाओं पर नियंत्रण के लिए पांच फायर सेफ्टी टीमें तैनात की गई हैं। इसके अलावा दुर्घटनाओं में तत्काल सहायता के लिए इंटेलिजेंट ट्रांसपोर्ट सिस्टम के तहत टोल-फ्री नंबर 18001027777 जारी किया गया है। यह नंबर 24/7 सहायता प्रदान करेगा।
कोहरे के कारण सतर्कता बढ़ी
कोहरे के कारण सड़क पर दृश्यता कम होने से दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है। इसे ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने समय सारिणी और आपातकालीन नंबरों का आदान-प्रदान किया है। यह व्यवस्था यह सुनिश्चित करेगी कि किसी भी दुर्घटना की स्थिति में घायलों को तुरंत मदद मिल सके।
ओवरलोड और किनारे खड़े वाहनों पर सख्ती
ओवरलोड वाहन न केवल यातायात नियमों का उल्लंघन करते हैं, बल्कि एक्सप्रेसवे की सड़क और अन्य वाहनों के लिए भी खतरा बनते हैं। इसे रोकने के लिए यातायात पुलिस ने सख्त निगरानी शुरू की है। वहीं किनारे खड़े वाहन कोहरे में बड़े हादसों का कारण बन सकते हैं, जिसके चलते ऐसे वाहनों के खिलाफ चालान किया जाएगा।
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