21 जून को सुबह 4:22 पर सायन गणना के अनुसार सूर्य कर्क राशि में आ रहे हैं अर्थात वर्षा ऋतु का आरंभ होगा। 23 जून को सबसे बड़ा दिन होगा। सायन गणना में जब सूर्य कर्क राशि में आते हैं तो उसमें सूर्य उदय का समय धीरे-धीरे बढ़ने लगता है।
Ghaziabad weather: गाजियाबाद में 23 जून से बना रहा वर्षा का आर्द्रा नक्षत्र योग, जानिए कब होगी बारिश
Jun 19, 2024 09:06
Jun 19, 2024 09:06
- 21 जून को सूर्य करेंगे आद्रा नक्षत्र में प्रवेश
- इस वर्ष बन रहा है भारी वर्षा का योग
- भूकंप के साथ जनधन हानि के भी संकेत
सूर्य कर्क राशि में आ रहे हैं अर्थात वर्षा ऋतु का आरंभ
पंडित दुलीदत्त कौशिक ने बताया कि इस वर्ष भारी वर्षा, आंधी, तूफान, बवंडर चक्रवात, भूकंप के साथ जनधन की हानि के संकेत भी हैं। इसी दिन यानी 21 जून को सुबह 4:22 पर सायन गणना के अनुसार सूर्य कर्क राशि में आ रहे हैं अर्थात वर्षा ऋतु का आरंभ होगा। 23 जून को सबसे बड़ा दिन होगा। सायन गणना में जब सूर्य कर्क राशि में आते हैं तो उसमें सूर्य उदय का समय धीरे-धीरे बढ़ने लगता है। इस दिन से दिन छोटे और राते बड़ी होने लगती हैं। इसके बाद से ही सूर्य दक्षिणायन हो जाएंगे और वर्षा ऋतु का संयोग बनने लगेगा।
सूर्य चंद्रमा विपरित नक्षत्र में हों तो बनता है वर्षा योग
ज्योतिषीय ग्रन्थों के अनुसार 27 नक्षत्रों में कुछ नक्षत्र स्त्री नक्षत्र, कुछ पुरुष नक्षत्र होते और कुछ नपुंसक नक्षत्र होते हैं। सूर्य और चंद्रमा परस्पर विपरीत नक्षत्रों अर्थात स्त्री पुरुष नक्षत्र में हो तो यह वर्षा का योग बनता है । 23 जून से सूर्य पुरुष नक्षत्र आर्द्रा में और चंद्रमा स्त्री नक्षत्र पूर्वाषाढ़ नक्षत्र में होंगे। इसलिए वर्षा होने के बहुत अधिक संकेत मिल रहे हैं।
कौन से हैं पुरुष ,स्त्री और नपुंसक के नक्षत्र
पुरुष नक्षत्र - आर्द्रा, पुनर्वसु पुष्य, आश्लेषा, मघा, पूर्वाफाल्गुनी, उत्तराफाल्गुनी, हस्त, चित्रा व स्वाति ।
स्त्री नक्षत्र - मूल, पूर्वाषाढ़ा, उत्तराषाढा, श्रवण, धनिष्ठा, शतभिषा, पूर्वाभाद्रपद, उत्तराभाद्रपद, रेवती, अश्विनी, भरणी, कृतिका, रोहिणी व मृगशिरा ।
नपुंसक नक्षत्र - विशाखा, अनुराधा व ज्येष्ठा
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