नए साल में मेरठ में स्वास्थ्य सेवाएं नई उड़ान भरेंगी। मेडिकल कालेज में मेरठ समेत पश्चिम उत्तर प्रदेश के जिलों के गंभीर मरीजों को और बेहतर और अच्छा इलाज मिल सकेगा। पीएम शर्मा जिला अस्पताल में भी स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर होंगी।
बदलता उत्तर प्रदेश : नए साल में मेरठ में स्वास्थ्य सेवाएं नई उड़ान भरेंगी
Dec 31, 2024 21:34
Dec 31, 2024 21:34
- मेडिकल कॉलेज में शुरू होगी नई आईसीयू यूनिट
- जिला अस्पताल में होगी गंभीर बीमारियों की जांच
- एमआरआई के लिए नहीं जाना होगा निजी डायग्नोस्टिक सेंटर
करीब 10 लाख मरीज हर साल इलाज के लिए आते हैं
मेडिकल कॉलेज में मेरठ और आसपास के जिलों के करीब 10 लाख मरीज हर साल इलाज के लिए आते हैं। इनमें से करीब 1.50 लाख मरीज इमरजेंसी में आते हैं। अभी मेडिकल की इमरजेंसी में 20 बेड की आईसीयू है। इमरजेंसी में ही 20 बेड का ट्रामा सेंटर संचालित है।
जिला अस्पताल में 12 बेड का ट्रॉमा सेंटर तैयार
पीएल शर्मा जिला अस्पताल में 12 बेड का ट्रॉमा सेंटर तैयार हो चुका है। यह भी 2025 में चालू होगा। अभी तक मेरठ जिला अस्पताल में एक भी ट्रॉमा सेंटर नहीं था। जिला अस्पताल में आने वाले गंभीर रोगियों को मेडिकल रेफर किया जाता था। यहीं इंट्रीग्रेटेड पब्लिक हेल्थ लैब की बिल्डिंग बनकर तैयार है। यहां गंभीर बीमारियों की जांच की जाएगी। अभी गंभीर बीमारियों की सेंपल जांच के लिए मेडिकल कालेज भेजे जाते हैं। लैब बनने के बाद इन सेंपिलों को मेडिकल नहीं भेजना पड़ेगा।
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MRI यूनिट की भी शुरूआत होनी है
इसके अलावा एमआरआई यूनिट की भी शुरूआत होनी है। इसकी भी नई बिल्डिंग बनकर तैयार हो चुकी है। उम्मीद है कि नए साल में एमआरआई मशीन और स्टॉफ आ जाएगा। उसके बाद ये पूरी तरह से चालू हो जाएगी। अभी मरीजों को मेगनेटिक रेसोनेंस इमेजिंग (MRI) के लिए निजी लैब में महंगी जांच कराने के लिए जाना पड़ता है।
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