प्रियांशु की मां रीनू रोते हुए बोलीं, मेरे बेटे का क्या कसूर था, वह तो बच्चा था, कार चालक डंडे से पीट लेते, मैं खुद इलाज करा लेती, जान तो नहीं जाती। अब तो बेटा प्रियांशु लौट कर नहीं आएगा। वो तो चला गया। उसको हमने जला दिया है---
Meerut News : कांपते हाथों से इकलौते बेटे को दी पिता ने मुखाग्नि, लाश जलती देख बोले-टूट गईं उम्मीदें
Nov 13, 2024 23:34
Nov 13, 2024 23:34
- अहमदाबाद में कार चालक ने की थी प्रियांशु की हत्या
- एक झटके में बिखर गया पंकज जैन का पूरा परिवार
- बेटे की मौत से भीतर तक टूट गए पंकज जैन
अहमदाबार में चाकू से गोदकर हत्या
बता दें मेरठ के पल्लवपुरम निवासी एमबीए के छात्र प्रियांशु जैन की अहमदाबार में चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई थी। हत्यारोपी कार चालक था वारदात के बाद वो मौके से फरार हो गया था। मंगलवार को तड़के तीन बजे शव घर पहुंचा तो चीख-पुकार मच गई। प्रियांशु का शव देखकर मां रीनू जैन व बहन गीतिका बेसुध हो गईं। पिता पंकज जैन ने सूरज कुंड शमशान घाट में बेटे के शव को कांपते हाथों से मुखाग्नि दी।
ट्रैक्टर स्पेयर पार्ट्स का शोरूम
पंकज जैन लावड़ रोड पर तिरुपति गार्डन कॉलोनी में अपने परिवार के साथ रहते हैं। पंकज का शारदा रोड पर रॉक्सी इंडस्ट्रीज के नाम से ट्रैक्टर स्पेयर पार्ट्स का शोरूम है। प्रियांशु की बड़ी बहन गीतिका की शादी हो चुकी है और वह गुरुग्राम में एक मल्टीनेशनल कंपनी में कार्य करती हैं। बताया जाता है कि प्रियांशु अहमदाबाद में रविवार देर रात अपने दोस्त के साथ इंटरव्यू के लिए सूट का नाप देने गया था। रास्ते में कार चालक ने बाइक में टक्कर मार दी। ठीक से चलाने के लिए कहने पर कार सवारों ने प्रियांशु की चाकू से गोदकर हत्या कर दी थी।
परिवार का इकलौता चिराग था प्रियांशु
मेरठ सूरजकुंड पर अंतिम संस्कार के लिए प्रियांशु का शव ले जाया गया। अंतिम यात्रा में कॉलोनी के लोग, रिश्तेदार व दोस्त शामिल हुए। कॉलोनी के लोग पंकज जैन को देखकर अपने आंसू नहीं रोक सके। बेटे को मुखाग्नि देते हुए पंकज जैन जोर जोर से बिलख उठे। पंकज जैन बोले इकलौता बेटा था प्रियांशु और उनके परिवार की रीढ़ था। बेटे से बहुत उम्मीद थी, लेकिन उसके जाने के बाद सभी उम्मीद टूट गईं।
मां बोली-बेटे का क्या कसूर, वह तो बच्चा था...
प्रियांशु की मां रीनू रोते हुए बोलीं, मेरे बेटे का क्या कसूर था, वह तो बच्चा था, कार चालक डंडे से पीट लेते, मैं खुद इलाज करा लेती, जान तो नहीं जाती। अब तो बेटा प्रियांशु लौट कर नहीं आएगा। वो तो चला गया। उसको हमने जला दिया है। एक मां के ये शब्द सुनकर हर किसी का कलेजा फट पड़ा।
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