भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली के द्वारा सेटेलाइट के माध्यम से विभिन्न जनपदों में पराली जलाने की निगरानी की जा रही है। लेकिन इसके बावूजद भी जनपदों में पराली जलाने की घटना नहीं रूक पा रही
Meerut News : सेटेलाइट से पराली जलाने की निगरानी, जनपदों में खेतों में जलाई जा रही पराली
Oct 22, 2024 09:26
Oct 22, 2024 09:26
- जिले में अब तक पराली जलाने की पकड़ी गई सात घटनाएं
- कृषक बंधुओं से खेतों में पराली न जलाने की अपील
- टीम बनाकर ग्रामीण क्षेत्र में की जा रही पराली जलाने की निगरानी
विभिन्न जनपदों में पराली जलाने की निगरानी
उपनिदेशक कृषि नीलेश चौरसिया ने बताया कि भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली के द्वारा सेटेलाइट के माध्यम से विभिन्न जनपदों में पराली जलाने की निगरानी की जा रही है। लेकिन इसके बावूजद भी जनपदों में पराली जलाने की घटना नहीं रूक पा रही है। जनपद मेरठ के विकासखण्ड मेरठ (01), खरखौदा (01), जानी (01), दौराला (01), परीक्षितगढ़ (01) एवं हस्तिनापुर (02) में कुल (07) पराली जलाई जाने की घटना सेटेलाइट के माध्यम से प्रकाश में आयी हैं।
सेटेलाइट की इमेज के साथ बर्निंग बुलेटिन जारी
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ने सेटेलाइट की इमेज के साथ बर्निंग बुलेटिन जारी किया। बर्निंग बुलेटिन जारी होने के बाद कृषि एवं राजस्व विभाग की संयुक्त टीम ने मौके पर जाकर सत्यापन किया तो मौके पर विकासखण्ड जानी (01), दौराला (01), परीक्षितगढ़ (01) एवं हस्तिनापुर (01) में कुल (04) पर पराली जलाने की घटना सही पायी गयी।
किसानों को नोटिस व पराली जलाने के आरोप में
नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एन०जी०टी०) के निर्देशानुसार किसानों को नोटिस व पराली जलाने के आरोप में रू0 2500 (रूपये दो हजार पाँच सौ मात्र) का जुर्माना लगाया गया। सभी कृषक भाईयों से यह अपील है कि फसल अवशेष को न जलाये खेत मे ही वेस्ट डी-कम्पोजर का प्रयोग कर कार्बनिक खाद बनाएं। ग्रामीणों को चेतावनी दी गई है कि अगर पराली जलाने की घटना को अंजाम दिया गया तो उन पर जुर्माना भी लगाया जाएगा।
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