मेरठ के ग्रामीण इलाकों में जहरीले सांपों का आतंक है। लेकिन मेरठ मेडिकल कालेज के मेडिसिन विभाग में सांप के काटे का ऐसा इलाज किया जाता है कि आसपास के इलाकों के लोग तो यहां पर ठीक होने के लिए आते ही हैं। गाजियाबाद, हापुड़ से भी लोग सर्पदंश का इलाज कराने मेरठ मेडिकल कालेज आते हैं।
Meerut News : चाहे कोबरा डसे या जहरीला सांप क्रेट काटे, मेडिकल कालेज में सर्पदंश का होता है बेहतर इलाज
Jan 04, 2024 15:42
Jan 04, 2024 15:42
- वर्ष 2023 में 65 लोगों को कोबरा, क्रेट और वाइपर जैसे जहरीले सांपों ने डसा
- जिनका इलाज मेरठ के मेडिकल कालेज में हुआ और सभी की जान बचाई गई
गाजियाबाद से मेरठ रेफर किया
मेडिकल कालेज के मीडिया प्रभारी डा. वीडी पाण्डेय ने बताया कि मेडिसिन विभाग मेडिकल कालेज मेरठ में गत वर्ष 2023 में 65 सर्पदंश के मरीजों का इलाज सफलतापूर्वक किया गया। इनमें सर्पदंश के कई मरीज गंभीर अवस्था में भर्ती हुए थे। हाल ही में गाजियाबाद के मरीज अफ़रोज़ को वाइपर जाति के जहरीले सर्प ने काट लिया था। जिसको गाजियाबाद से मेरठ मेडिकल कालेज रेफर किया गया था। मरीज के शरीर के कई हिस्सों से खून बह रहा था और वह बेहोशी की हालत में भर्ती कराया गया था। सर्पदंश के मरीज का इलाज प्रोफेसर डॉक्टर आभा गुप्ता और डॉक्टर सूर्य किरण कार्तिकेय मलिक की यूनिट के अन्तर्गत किया गया। इलाज के बाद मरीज सफलतापूर्वक ठीक कर घर भेजा गया।
हापुड़ से आए और ठीक होकर घर गए
इसी तरह से हापुड़ के एक मरीज इंदु को क्रेट जाति के जहरीली सांप ने डस लिया था। जिसको मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन विभाग में भर्ती कराया गया। जिसको सांस की गंभीर समस्या के चलते वेंटीलेटर पर रखकर कई दिनों तक इलाज किया गया। उपचार के उपरांत इंदु ठीक हुआ और उसको घर भेजा गया। मेरठ निवासी एक युवक अर्जुन को कोबरा ने काटा था। जिसको सर्पदंश के कारण प्रोफेसर डॉक्टर श्वेता शर्मा और डॉक्टर विवेक ऋषि की यूनिट में अत्यंत गंभीर अवस्था में भर्ती किया गया था। इस मरीज का इलाज भी मेरठ के मेडिकल कालेज में सफलतापूर्वक किया गया।
सर्पदंश की बढ़ रही घटनाएं
मेरठ और आसपास के जिलों में सर्पदंश की घटनाएं बढ़ रही हैं। मेरठ मेडिकल कालेज में आए दिन सर्पदंश के मरीज भर्ती होते हैं। डाक्टर वीडी पांडे के मुताबिक सर्पदंश के आने वाले अधिकांश मरीजों की हालात काफी नाजुक होती है। सर्पदंश के मरीजों को मेडिसिन विभाग के गहन चिकित्सीय कक्ष में रखकर उपचार किया जाता है। जिससे उनकी जान बचती है। उन्होंने बताया कि अगर सर्पदंश के मरीज को तुरंत मेडिकल कालेज में भर्ती कराया जाए तो समय रहते इलाज मिल सकेगा और मरीज की जान बचाई जा सकेगी।
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