मिर्जापुर की मझवां सीट पर हुए उपचुनाव में बीजेपी ने जीत हासिल की है। यहां बीजेपी उम्मीदवार सुचिस्मिता मौर्य ने सपा की प्रत्याशी ज्योति बिंद को 4836 वोटों से हराया। इस चुनाव में कुल 50.41 प्रतिशत मतदान हुआ...
मझवां में दो देवियों के बीच रहा कड़ा मुकाबला : सपा नहीं खोल पाई अपना खाता, भाजपा ने 4936 मतों से हराया
Nov 23, 2024 18:56
Nov 23, 2024 18:56
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भाजपा ने 4936 मतों से हराया
मिर्जापुर की मझवां सीट पर भाजपा प्रत्याशी सुचिस्मिता मौर्य ने जीत हासिल की है। मझवां में विनोद बिंद के सासंद बनने के बाद खाली हुई सीट पर एक बार फिर कमल खिला है। सुचिस्मिता मौर्य ने सपा प्रत्याशी ज्योति बिंद को 4936 मतों से हराया है। सुचिस्मिता मौर्य को 77503 वोट मिले हैं। वहीं ज्योति बिंद को 72567 वोट मिले। बसपा प्रत्याशी दीपू तिवारी 34800 मतों पर सिमट गए।
हर राउंट में बदला खेल
मझवां सीट पर काउंटिंग की शुरुआत में ही बीजेपी प्रत्याशी ने बड़ी लीड ले थी। शुरू में ही सुचिस्मिता मौर्य 2000 से अधिक वोटों आगे चल रही थी। इसके बाद उनकी बढ़त लगातार बढ़ती गई। लेकिन मतगणना के 14वें राउंड के बाद भाजपा की बढ़त कम हो गई थी। 15वें राउंड के बाद यहां बीजेपी 1968 वोटों से आगे चल रही थी। इसके बाद 16 वें राउंड में बीजेपी 1432 वोटों से आगे चल रही थी।
इस राउंड में कांटे की टक्कर का हो गया था मुकाबला
मतगणना के 22वें राउंड में बीजेपी 3871 वोटों से आगे चल रही थी। वहीं ज्योति बिंद को 51310 वोट मिले थे। बसपा प्रत्याशी दीपू तिवारी को 23657 वोट मिले थे। 23वें राउंड की मतगणना के बाद बीजेपी का ग्राफ बढ़ता चला गया। लेकिन 28वें राउंड में मुकाबला कांटे की टक्कर का हो गया। सुचिस्मिता मौर्य को 69168 वोट, सपा प्रत्याशी डा. ज्योति बिंद को 63378 वोट और बसपा प्रत्याशी दीपू तिवारी को 30595 वोट मिले थे।
सपा नहीं खोल पाई खाता
मझवां विधानसभा सीट पर कांग्रेस, जनसंघ, जनता दल, बसपा और बीजेपी ने अब तक चुनावी जीत हासिल की है। 1952 से 1969 तक यह सीट सुरक्षित थी और 1974 में इसे सामान्य सीट के रूप में बदल दिया गया। इस दौरान कांग्रेस के नेताओं रुद्र प्रसाद और लोकपति त्रिपाठी ने विधायक पद पर जीत हासिल की। मझवां सीट से कांग्रेस ने 8 बार जबकि बीएसपी ने 5 बार जीत दर्ज की है। 2017 में बीजेपी की सुचिष्मिता मौर्य और 2022 में बीजेपी-निषाद पार्टी के डॉ. विनोद बिंद विधायक बने। हालांकि, समाजवादी पार्टी (सपा) अब तक इस सीट पर कोई भी चुनावी सफलता नहीं हासिल कर पाई है।
जानें कौन कहां से जीता
सीट का नाम | कौन जीता |
कुंदरकी | बीजेपी |
फूलपुर | बीजेपी |
गाजियाबाद | बीजेपी |
मझवां | बीजेपी |
खैर | बीजेपी |
कटेहरी | बीजेपी |
करहल | सपा |
सीसामाऊ | सपा |
मीरापुर | आरएलडी |
जानें क्या था समीकरण
मझवां विधानसभा ये वो क्षेत्र है, जहां कभी कांग्रेस का वर्चस्व था। फिर बसपा का दौर और अब भाजपा का। यहां से अब तक सपा खाता तक नहीं खुल सका है। मिर्जापुर जिले की मझवां विधानसभा सीट पर पिछली बार भाजपा के सहयोगी दल निषाद पार्टी की तरफ से डॉ. विनोद बिंद चुनाव जीते। 2024 के लोकसभा चुनाव में वह भदोही से लोकसभा सांसद बन गए तो यह सीट खाली हुई। इस बार उपचुनाव में सीधा मुकाबला भाजपा-सपा के बीच है, लेकिन बसपा इस सीट पर मजबूती से चुनाव लड़ती दिख रही है। भाजपा ने सुचिस्मिता मौर्य को टिकट दिया है जबकि सपा ने पूर्व सांसद रमेश बिंद की बेटी ज्योति बिंद को। मुकाबला दो देवियों के बीच है। दोनों ही ओबीसी उम्मीदवार। बसपा ने ब्राह्मण चेहरे के तौर पर दीपक तिवारी को उतारा है।
- बिंद- 70,000
- एससी- 65,000
- ब्राह्मण- 65,000
- कुशवाहा/मौर्य- 35,000
- यादव- 30,000
- कुर्मी- 25,000
- पाल- 22,000
- भूमिहार- 22,000
- मुस्लिम- 22,000
- ठाकुर- 10,000
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