बिजनौर में अजीबोगरीब मामला : तेंदुआ पकड़ने के लिए बकरे बांध रहा वन विभाग, रात में ही चुरा ले जा रहे लोग

तेंदुआ पकड़ने के लिए बकरे बांध रहा वन विभाग, रात में ही चुरा ले जा रहे लोग
UPT | यह मेटा एआई द्वारा जनरेट की गई सांकेतिक तस्वीर है

Sep 27, 2024 19:38

वन विभाग गुलदारों को पकड़ने के लिए चारा बनाकर बकरे बांध रहा है। लेकिन ग्रामीण रात में ही उन बकरों को चोरी कर ले रहे हैं।

Sep 27, 2024 19:38

Short Highlights
  • खेतों में वन विभाग ने लगाया पिंजरा
  • तेंदुआ पकड़ने के लिए बांधे बकरे
  • रात में ही चुरा ले जा रहे लोग
Bijnor News : उत्तर प्रदेश के बिजनौर में गुलदारों का आतंक खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। ये क्षेत्र गन्ना बाहुल्य है। यही वजह है कि अक्सर गुलदार इनमें छिपकर बैठते हैं और आस-पास आने वाले लोगों पर हमला कर मार डालते हैं। अब तक कई किसान और ग्रामीण इनका शिकार हो चुके हैं। लेकिन वन विभाग भी गुलदार को कैसे पकड़े, जब लोग ही ऐसी हरकतें कर दे रहे हैं। दरअसल यहां वन विभाग गुलदारों को पकड़ने के लिए चारा बनाकर बकरे बांध रहा है। लेकिन ग्रामीण रात में ही उन बकरों को चोरी कर ले रहे हैं।

खेतों में वन विभाग ने लगाया पिंजरा
ग्रामीण जिस भी इलाके में गुलदारों को देखे जाने की सूचना देते हैं, वहां वन विभाग पिंजरा लगा देता हैं। जब गुलदार इसमें फंस जाते हैं, तो उन्हें वन विभाग जंगलों में छोड़ आता है। इन पिंजरों में गुलदार को कैद करने के लिए चारे के तौर पर बकरे को बांधा जाता है। इन्हें पिंजरे के एक कोने में बांधा जाता है। बकरे की आवाज और सुगंध से गुलदार पिंजरे के पास पहुंचते हैं और उसमें कैद हो जाते हैं। 50 से ज्यादा गांवों में गुलदारों ने डेरा जमाया हुआ है, जिन्हें पकड़ने के लिए खेतों में पिंजरा लगाया गया है।

कौन चोरी कर रहा बकरे?
लेकिन वन विभाग के सामने अब एक नई समस्या पैदा हो गई है। दरअसल कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो चारे के लिए बांधे गए बकरे ही चुरा कर ले जा रहे हैं। डीएफओ ने बताया कि अब तक 5 पिंजरों से बकरे चोरी हो चुके हैं। ये पिंजरे हरिनगर, मुबारकपुर और रामबाग में लगाए गए थे। बकरों को कौन चौरी कर रहा था, इसे लेकर ग्रामीणों के पास भी कोई स्पष्ट जानकारी नहीं है। हालांकि वन विभाग का कहना है कि इन पिंजरों पर दोबारा खरीदकर बकरे बांधे गए हैं।

वन विभाग कर रहा जागरुक
इस समस्या से निपटने के लिए वन विभाग ने गांव-गांव में वालंटियर वन मित्र बनाने शुरू कर दिए हैं। उन्हें बाकायदा ट्रेनिंग भी दी जा रही है। ये वालंटियर ग्रामीणों को गुलदार से बचाने की टिप्स देंगे, साथ ही पिंजरों पर भी नजर रखेंगे। जानकारी के मुताबिक, वन विभाग अब तक 52 से अधिक गुलदारों को जंगलों और चिड़ियाघरों में छोड़ चुका है। पिछले डेढ़ साल में 45 लोगों को गुलदार अपना शिकार बना चुके हैं। 100 गांवों को संवेदनशील घोषित किया गया है।

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