संभल हिंसा को लेकर कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने शुक्रवार को तीव्र प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा, "मुसलमान कहां जाए?
संभल हिंसा पर इमरान मसूद का बयान : 'घर में दंगाई, बाहर पुलिस मारती है', भाजपा ने किया पलटवार
Nov 29, 2024 21:54
Nov 29, 2024 21:54
संभल हिंसा पर आरोप
इमरान मसूद ने संभल हिंसा के दौरान पुलिस द्वारा की गई फायरिंग को लेकर गंभीर आरोप लगाए। उनका कहना था कि पुलिस को अगर रोकना था तो वह पैरों में गोली मार सकती थी, लेकिन माथे पर गोली क्यों मारी? उन्होंने पुलिस पर यह आरोप भी लगाया कि पुलिस ने जानबूझकर हिंसा भड़काई और गोलीबारी की, जिसके कारण लोगों की जान गई। इमरान ने मांग की कि पुलिसवालों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया जाए।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट पर सवाल
इमरान मसूद ने संभल में हुए हालात के बारे में बताया कि 27 नवंबर को एक शांतिपूर्ण सर्वे के दौरान कुछ लोग वहां नारेबाजी करने पहुंचे और पत्थर फेंकने लगे। इसके बाद पुलिस ने इन लोगों पर गोली चलानी शुरू कर दी। इमरान ने पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट पर सवाल उठाते हुए कहा कि तमंचे की गोली आर-पार नहीं जा सकती, जबकि राइफल की गोली होती है जो पुलिस के पास होती है। उन्होंने यह भी कहा कि हो सकता है कि पुलिसवाले ही सिविल ड्रेस में जाकर नारेबाजी कर रहे थे और हिंसा भड़काई।
भाजपा का पलटवार
इमरान ने आगे कहा कि "पुलिस और मुसलमानों के बीच यह विवाद क्यों बढ़ाया जा रहा है?" उन्होंने देशवासियों से अपील की कि नफरत की राजनीति से बचें और देश को जलने न दें। इमरान ने यह भी कहा कि इस हिंसा से ऐसा प्रतीत होता है कि मुसलमानों की जान की कोई कीमत नहीं है और किसी भी वक्त पुलिस उनके साथ अत्याचार कर सकती है। इस पर भाजपा ने पलटवार किया और भाजपा के अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी ने इमरान मसूद पर आरोप लगाया। उन्होंने कहा, "100 चूहे खाकर बिल्ली हज को चली है। इमरान मसूद का इतिहास सभी जानते हैं, उनकी राजनीति दंगे और हिंसा से शुरू हुई है। वह खुद इस तरह की घटनाओं को बढ़ावा देते हैं और अब उनके बयान में यह साफ झलकता है।"
2014 में दिए विवादित बयान को लेकर कोर्ट ने चार्ज फ्रेम किया
जमाल सिद्दीकी ने कहा कि इमरान मसूद की राजनीति समाज को बांटने की राजनीति है और वह चाहते हैं कि लोग आपस में लड़ें और भाजपा से दूर रहें। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में कोई भेदभाव नहीं हो रहा है और सभी समुदायों को समान अधिकार मिल रहे हैं। इस बीच, इमरान मसूद के खिलाफ एक महीने पहले 23 अक्टूबर को हेट स्पीच मामले में चार्ज फ्रेम हुआ था। 2014 के लोकसभा चुनावों में इमरान मसूद ने देवबंद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ विवादित बयान दिया था, जिसमें उन्होंने धमकी दी थी कि मोदी यहां आए तो "बोटी-बोटी कर दी जाएगी।" इस मामले में कोर्ट ने इमरान मसूद पर आरोप तय किए हैं।
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