उत्तराखंड सरकार ने 1995 बैच के आईपीएस अधिकारी दीपम सेठ को राज्य का नया पुलिस महानिदेशक (DGP) नियुक्त किया जाएगा।
उत्तराखंड को मिलेंगे नए DGP : 1995 बैच के हैं IPS, यूपी में शाहजहांपुर के मूल निवासी हैं दीपम सेठ
Nov 23, 2024 22:59
Nov 23, 2024 22:59
जानें कौन है दीपम सेठ
दीपम सेठ यूपी में शाहजहांपुर के मूल निवासी हैं, 1995 बैच के आईपीएस अफसर हैं। उन्होंने अविभाजित उत्तर प्रदेश में एएसपी गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर और एसपी सिटी आगरा के रूप में महत्वपूर्ण पदों पर काम किया। वर्ष 2000 में उत्तराखंड के गठन के बाद उन्हें उत्तराखंड कैडर मिला। उनके नेतृत्व में पुलिस विभाग में कई सुधार और बदलाव आए हैं, और अब वे उत्तराखंड के नए पुलिस महानिदेशक (DGP) के रूप में नियुक्त हुए हैं।
उत्तराखंड के पुलिस महकमे के लिए अब तक की बड़ी खबर सामने आ रही है। IPS दीपम सेठ उत्तराखंड के नए DGP बनेंगे। दीपम सेठ 1995 बैच के आईपीएस हैं। वह यूपी में शाहजहांपुर के मूल निवासी हैं। pic.twitter.com/lIuf5MrASY
— Uttar Pradesh Times (@UPTimesLive) November 23, 2024
संभाल चुके हैं कई महत्वपूर्ण पद
इसके बाद, दीपम सेठ ने एसएसपी नैनीताल के रूप में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभाई और इसके बाद अपर सचिव गृह, आइजी पीएसी, आइजी लॉ एंड ऑर्डर जैसे महत्वपूर्ण पदों पर भी कार्य किया। अपने करियर के दौरान उन्होंने पुलिस विभाग में कई सुधार किए और प्रशासनिक कार्यों में अपने अनुभव का भरपूर इस्तेमाल किया। इन पदों पर रहते हुए, उन्होंने राज्य के सुरक्षा और कानून व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए कई पहल कीं।
यूपीएससी के पैनल में आईपीएस अभिनव कुमार का नाम नहीं
यूपीएससी के पैनल में यूपी के कार्यवाहक डीजीपी अभिनव कुमार का नाम शामिल नहीं किया गया है। तीन अक्टूबर को भेजे गए पैनल में 1995 बैच के आईपीएस अधिकारी दीपम सेठ पहले स्थान पर, पीवीके प्रसाद दूसरे और 1997 बैच के अमित कुमार सिन्हा तीसरे स्थान पर हैं। यूपीएससी ने तकनीकी कारणों से अभिनव कुमार का नाम पैनल में नहीं रखा, क्योंकि उनका नाम यूपी कैडर में है। उत्तराखंड हाईकोर्ट ने अभिनव कुमार के कैडर आवंटन पर स्थगन आदेश दिया है। अब उत्तराखंड सरकार को नए डीजीपी की नियुक्ति पर निर्णय लेना है।
सुप्रीम कोर्ट ने भी फटकारा
सुप्रीम कोर्ट ने डीजीपी की नियुक्ति से संबंधित नियमों में ढील दिए जाने पर कई राज्यों को फटकार लगाई। हाल ही में, नियमों में बदलाव के तहत, जिन राज्यों में डीजी रैंक के अधिकारी नहीं हैं, वहां 25 साल की सेवा पूरी कर चुके एडीजी रैंक के अधिकारियों को कार्यवाहक डीजीपी बनाया जा सकता है। इसी बदलाव के बाद उत्तराखंड में आईपीएस अभिनव कुमार को नवंबर 2023 में कार्यवाहक डीजीपी नियुक्त किया गया था। इस व्यवस्था पर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की गई, जिसके बाद अदालत ने कई राज्यों को फटकार लगाई।