बजट 2024 में NPS 'वात्सल्य' का एलान : जानिए क्या है यह स्कीम और आपको इसमें निवेश करना चाहिए या नहीं

जानिए क्या है यह स्कीम और आपको इसमें निवेश करना चाहिए या नहीं
UPT | बजट 2024 में NPS 'वात्सल्य' का एलान

Jul 24, 2024 21:02

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने हाल ही में यूनियन बजट में एक नई योजना 'एनपीएस-वात्सल्य' की घोषणा की है, जो बच्चों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह योजना मूल रूप से नेशनल पेंशन सिस्टम (एनपीएस) का ही एक विस्तार है।

Jul 24, 2024 21:02

Short Highlights
  • बजट 2024 में NPS 'वात्सल्य' का एलान
  • सामान्य एनपीएस खाते में हो जाएगा परिवर्तित
  • योजना में काफी सुधार की जरूरत
New Delhi : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने हाल ही में यूनियन बजट में एक नई योजना 'एनपीएस-वात्सल्य' की घोषणा की है, जो बच्चों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह योजना मूल रूप से नेशनल पेंशन सिस्टम (एनपीएस) का ही एक विस्तार है, जो विशेष रूप से बच्चों के लिए तैयार की गई है। इस योजना के तहत, माता-पिता या अभिभावक अपने बच्चों के नाम पर खाता खोल सकते हैं और उनके लिए नियमित रूप से योगदान कर सकते हैं।

सामान्य एनपीएस खाते में परिवर्तित हो जाएगा खाता
एनपीएस-वात्सल्य की एक महत्वपूर्ण विशेषता यह है कि जब बच्चा वयस्क हो जाता है, तो यह खाता स्वचालित रूप से सामान्य एनपीएस खाते में परिवर्तित हो जाएगा। यह प्रावधान इस योजना को बच्चे के सेवानिवृत्ति के लिए एक लॉन्ग टर्म सेविंग स्कीम बनाता है। हालांकि, यह योजना अभी शुरुआती चरण में है और इसके बारे में विस्तृत जानकारी अभी तक उपलब्ध नहीं है। वर्तमान में, कॉरपोरेट क्षेत्र में केवल 10-15% कर्मचारी ही एनपीएस में योगदान करते हैं। कई लोगों को अपनी बचत का पैसा सेवानिवृत्ति योजना में डालने में कठिनाई होती है, क्योंकि इसमें लंबी अवधि तक निवेश करना आवश्यक होता है। लोग ऐसी योजनाओं में निवेश करना पसंद करते हैं जो उनकी अल्पकालिक जरूरतों को भी पूरा कर सकें।

समझिए निवेश का पूरा गणित
एक महत्वपूर्ण प्रश्न यह है कि क्या इस योजना का उपयोग बच्चों की उच्च शिक्षा के लिए किया जा सकता है। वर्तमान नियमों के अनुसार, एनपीएस में खाता खोलने के तीन साल बाद 25% राशि निकालने का विकल्प है। हालांकि, पांच साल तक योगदान करने के बाद पूरी राशि निकाली जा सकती है, लेकिन केवल 20% राशि ही कर-मुक्त होगी। शेष राशि का निवेश वार्षिकी योजना में करना अनिवार्य है। इन प्रतिबंधों को देखते हुए, यह स्पष्ट है कि वर्तमान रूप में एनपीएस-वात्सल्य का उपयोग बच्चों की उच्च शिक्षा के लिए करना कठिन होगा। उदाहरण के लिए, यदि कोई व्यक्ति 10 साल तक हर महीने 10,000 रुपये का निवेश करता है और वार्षिक रिटर्न 10% मान लिया जाए, तो 10 साल बाद आंशिक निकासी केवल 3 लाख रुपये की की जा सकती है। यह राशि उच्च शिक्षा की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए पर्याप्त नहीं होगी।

योजना में काफी सुधार की जरूरत
इस योजना को अधिक प्रभावी बनाने के लिए कई सुधारों की आवश्यकता है। उदाहरण के लिए, बच्चे के 18 वर्ष का होने पर कर-मुक्त निकासी की सुविधा दी जा सकती है। इसके अलावा, इस योजना में कर लाभ भी होना चाहिए। यह भी सुझाव दिया गया है कि माता-पिता के अलावा दादा-दादी जैसे करीबी रिश्तेदारों को भी योगदान करने की अनुमति दी जानी चाहिए। जब तक इस योजना में आवश्यक बदलाव नहीं किए जाते, माता-पिता अपने बच्चों की उच्च शिक्षा के लिए बचत करने के लिए म्यूचुअल फंड योजनाओं का उपयोग कर सकते हैं। हालांकि, एनपीएस-वात्सल्य एक नवीन पहल है जो बच्चों के दीर्घकालिक वित्तीय सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित करती है, और यह आशा की जाती है कि भविष्य में इसमें और सुधार किए जाएंगे ताकि यह अधिक लचीली और उपयोगी बन सके।

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