प्रयागराज के गंगापार क्षेत्र के सभी विकास खंडों के लिए बीआरसी बहादुरपुर में जनपद स्तरीय दिव्यांग शिविर आयोजित किया गया, जहां 251 दिव्यांग बच्चों को ट्राईसाइकिल, व्हीलचेयर, हियरिंग एड और अन्य आवश्यक उपकरण प्रदान किए गए।
विकलांगता अभिशाप नहीं है : जरूरतमंद बच्चों को उपकरण उपलब्ध कराना और उन्हें शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ना एक नेक कार्य
Dec 14, 2024 19:39
Dec 14, 2024 19:39
कार्यक्रम का शुभारंभ
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि अपर नगर मजिस्ट्रेट प्रथम संदीप कुमार तिवारी और खंड विकास अधिकारी कंचन सिंह यादव की ओर से मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। इस अवसर पर जिला समन्वयक समेकित शिक्षा विकास पाण्डेय ने कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी प्रस्तुत की। मंच संचालन प्राथमिक विद्यालय विझौली हंडिया के सहायक अध्यापक अनुराग पाण्डेय ने प्रभावी ढंग से किया।
251 बच्चों को उपकरण वितरित
इस शिविर में कुल 251 दिव्यांग बच्चों को ट्राईसाइकिल, व्हीलचेयर, हियरिंग एड, कैलिपर्स, सीपी चेयर, रोलेटर और बैसाखी जैसे उपकरण वितरित किए गए। इन उपकरणों के वितरण में एलिम्को कानपुर की टीम, जिसमें प्रमुख रूप से रामानंद कुमार ने महत्वपूर्ण योगदान दिया।
दिव्यांग प्रमाण पत्र बनवाने पर जोर
मुख्य अतिथि संदीप कुमार तिवारी ने अपने संबोधन में कहा, "शासन की योजनाओं का लाभ सभी पात्र लाभार्थियों को मिले, यह सुनिश्चित करना हमारी जिम्मेदारी है।" खंड विकास अधिकारी कंचन सिंह यादव ने इस तरह के शिविरों को और प्रभावी बनाने का आश्वासन देते हुए दिव्यांग बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने अभिभावकों से अपील की कि वे शासन की योजनाओं का पूरा लाभ उठाएं और दिव्यांग प्रमाण पत्र बनवाने की प्रक्रिया को तेज करें।
दिव्यांग बच्चों के चेहरों पर दिखी खुशी
शिविर में उपकरण पाकर दिव्यांग बच्चों और उनके अभिभावकों के चेहरों पर खुशी साफ झलक रही थी। यह आयोजन न केवल समाज के प्रति जिम्मेदारी निभाने का उदाहरण बना, बल्कि दिव्यांग बच्चों को उनके अधिकारों और संभावनाओं के प्रति जागरूक करने का प्रयास भी था।
दिव्यांगता अभिशाप नहीं
शिविर में मुख्य संदेश देते हुए जिला समन्वयक विकास पाण्डेय ने कहा, "दिव्यांगता अभिशाप नहीं है। दिव्यांग बच्चों को उपकरण उपलब्ध कराना और उन्हें शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ना एक पुनीत कार्य है।" उन्होंने कहा कि ऐसे प्रयास बच्चों के आत्मविश्वास और उनके भविष्य को संवारने में सहायक होंगे। यह आयोजन प्रयागराज जिले के दिव्यांग बच्चों के लिए एक सशक्त पहल साबित हुआ, जिसमें समाज और शासन की सहभागिता ने एक सकारात्मक संदेश दिया।
ये भी पढ़े : जेवर एयरपोर्ट पर बनेगा देश का सबसे बड़ा कार्गो टर्मिनल : 80 एकड़ में होगा तैयार, आईजीआई से छीन लेगा आधा कारोबार
Also Read
14 Dec 2024 10:02 PM
प्रतापगढ़ में स्कूल जा रही एक छात्रा के साथ रास्ते में कुछ मनचले जबरन छेड़छाड़ करने लगे। इसी बीच वहां पहुंचे छात्रा के चाचा और पास के ही एक विद्यालय के एक शिक्षक ने विरोध किया, तो... और पढ़ें