प्रयागराज में महाकुंभ के अवसर पर 13 अखाड़ों में सबसे बड़े पंच दशनाम जूना अखाड़े के देवता बुधवार को रमता पंच संग पहुंच गए हैं। मेला प्रशासन के अधिकारियों की मौजूदगी में अखाड़े के ...
जूना अखाड़े के रमता पंच का प्रयागराज आगमन : महाकुंभ की तैयारियों का आगाज़, मेला प्रशासन के अधिकारियों ने किया स्वागत
Oct 17, 2024 18:23
Oct 17, 2024 18:23
जूना अखाड़े ने फूंका दिव्यता का बिगुल
रमता पंच के संतों के आगमन के साथ ही जूना अखाड़े ने महाकुंभ की तैयारियों की शुरुआत कर दी है। गुरुवार को रमता पंच के संतों ने रामापुर के रोकड़िया हनुमान मंदिर में अपने इष्ट देव दत्तात्रेय भगवान की विधिवत् वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजा की और अपने अस्त्र-शस्त्र स्थापित किए। नगर प्रवेश तक संतों का डेरा इसी स्थान पर रहेगा, जहां से वे महाकुंभ की तैयारियों में जुटेंगे।
3 नवंबर को होगा जूना अखाड़े का भव्य नगर प्रवेश
3 नवंबर को रमता पंच के साधु संत पूरे लाव-लश्कर के साथ हाथी, घोड़े, बग्घी, रथों और पालकियों पर सवार होकर नगर में प्रवेश करेंगे। महाकुंभ क्षेत्र में जूना अखाड़े के शिविर में धर्म ध्वजा की स्थापना से पहले कीडगंज स्थित मौज़गिरी जूना अखाड़े के आश्रय में सभी का ठहराव रहेगा। 18 दिसंबर को भव्य पेशवाई यानी छावनी प्रवेश के जरिए जूना अखाड़े के शिविर में आगमन होगा।
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