महाकुंभ मेले 2025 में गंगा और यमुना नदियों में नावों के संचालन के लिए प्रशासन ने विस्तृत ट्रैफिक प्लान तैयार कर लिया है। मेले की शुरुआत 13 जनवरी से होगी, जिसमें करोड़ों श्रद्धालु स्नान करेंगे।
महाकुंभ 2025 : गंगा-यमुना में सुगम स्नान के लिए तैयार हुआ रिवर ट्रैफिक प्लान, 4 हजार नावों का होगा संचालन
Dec 21, 2024 12:29
Dec 21, 2024 12:29
रिवर ट्रैफिक प्लान के मुख्य प्रावधान
यमुना नदी में बन रही रिवर लाइन डीप वॉटर बैरिकेडिंग बॉक्स से तैयार की जा रही है। इसमें 8-10 मीटर पर प्लेटफॉर्म बनाए जाएंगे, जिन्हें जल चौराहों की तरह इस्तेमाल किया जाएगा। कुल 4 हजार नावों का संचालन किया जाएगा और इसके लिए 2 हजार से अधिक जल पुलिस कर्मियों को तैनात किया जाएगा। नावों के आवागमन के लिए एकल मार्ग सुनिश्चित होगा ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।
सुरक्षा और बचाव दल की तैनाती
श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए जल पुलिस के 35 प्रशिक्षित गोताखोरों के साथ पीएसी, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें काम करेंगी। इसके अलावा भारतीय नौसेना के 25 समुद्री गोताखोरों को भी तैनात किया जाएगा। मेला क्षेत्र के 12 किलोमीटर दायरे में 50 स्नान घाटों को वाटर बैरिकेडिंग के माध्यम से सुरक्षित किया जाएगा। फ्लोटिंग ब्लॉक्स और जाल से बनी बैरिकेडिंग सुरक्षा सुनिश्चित करेगी।
ऑक्सीजन सिलेंडर और कंट्रोल स्टेशन की व्यवस्था
महत्वपूर्ण स्थानों पर 17 सब-स्टेशन और एक फ्लोटिंग ट्रैफिक कंट्रोल स्टेशन स्थापित किया जाएगा। गोताखोरों के पास ऑक्सीजन सिलेंडर होंगे और ऑक्सीजन खत्म होने की स्थिति में पोर्टेबल ऑक्सीजन कंप्रेशर मशीनों का इस्तेमाल किया जाएगा।महाकुंभ के दौरान लगभग 6 हजार से अधिक लाइसेंसी चप्पू वाली नावें संचालन में रहेंगी। प्रयागराज प्रशासन ने तीर्थयात्रियों की सुरक्षा और सुविधा को प्राथमिकता देते हुए यह व्यापक योजना बनाई है।
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