प्रयागराज में आगामी महाकुम्भ 2025 को स्वच्छ, सुरक्षित और प्लास्टिक मुक्त बनाने का संकल्प लिया गया है। इस संकल्प को सफल बनाने के लिए प्रयागराज मेला प्राधिकरण पूरी सक्रियता के साथ काम कर रहा है...
प्रयागराज महाकुंभ 2025 : स्वच्छता की कमान संभालेंगे 1800 गंगा सेवादूत, शुरू हुआ प्रशिक्षण
Nov 24, 2024 16:19
Nov 24, 2024 16:19
Prayagraj News : प्रयागराज में आगामी महाकुम्भ 2025 को स्वच्छ, सुरक्षित और प्लास्टिक मुक्त बनाने का संकल्प लिया गया है। इस संकल्प को सफल बनाने के लिए प्रयागराज मेला प्राधिकरण पूरी सक्रियता के साथ काम कर रहा है। इसके तहत, रविवार को मेला प्राधिकरण द्वारा गंगा सेवादूतों के प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत की गई। इस कार्यक्रम में लगभग 1800 गंगा सेवादूतों को 250-250 के बैच में प्रशिक्षित किया जाएगा। ये सेवादूत महाकुम्भ में स्वच्छता, सैनिटेशन, टेंट सिटी के कार्ययोजना, आग और अन्य आपदाओं से सुरक्षा और निरीक्षण का कार्य करेंगे।
गंगा सेवादूतों को दिया जाएगा प्रशिक्षण
प्रशिक्षण कार्यक्रम जिला पंचायत सभागार, प्रयागराज में 29 नवंबर तक चलेगा। इस कार्यक्रम का आयोजन मुख्य विकास अधिकारी गौरव कुमार और मेला विशेष कार्याधिकारी आकांक्षा राना के मार्गदर्शन में किया जा रहा है। गंगा सेवादूतों को स्वच्छता, सैनिटेशन और अग्नि सुरक्षा से जुड़ी कार्य योजनाओं के बारे में भी विस्तृत प्रशिक्षण दिया जाएगा, ताकि वे महाकुम्भ के दौरान इन सभी जिम्मेदारियों को सही तरीके से निभा सकें।
स्वच्छ, सुरक्षित और प्लास्टिक मुक्त बनाएंगे
ये गंगा सेवादूत स्वच्छ और सुरक्षित महाकुम्भ के संकल्प को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाएंगे। प्रयागराज मेला प्राधिकरण लगभग 1800 गंगा सेवादूतों को प्रशिक्षित कर रहा है। प्रशिक्षण कार्यक्रम के बारे में बताते हुए मेला विशेष कार्याधिकारी (ओएसडी) आकांक्षा राना ने बताया कि 250-250 के बैच में लगभग 1800 गंगा सेवादूत प्रशिक्षित किये जा रहे हैं।
पहले कराया जाएगा पंजीकरण
प्रशिक्षण कार्यक्रम में पहले गंगा सेवा दूतों का पंजीकरण किया जाएगा। इसके बाद इन्हें सैनिटेशन निरीक्षण, टेंट सिटी की कार्य योजना, आईसीटी सिस्टम और अग्नि सुरक्षा का भी प्रशिक्षण दिया जाएगा। गंगा सेवा दूत विषय विशेषज्ञों द्वारा ट्रेंड किये जायेंगे और उनका मॉक ड्रिल भी कराया जाएगा। सैनिटेशन का प्रशिक्षण डा आनंद सिंह और अग्निशमन का प्रमोद कुमार शर्मा देंगे।
इन आसपास के जिलों से हुई नियुक्ति
गंगा सेवा दूतों प्रशिक्षण कार्यक्रम के बारे में उन्होंने कहा कि ये गंगा सेवादूत प्रयागराज, कौशाम्बी, प्रतापगढ़, सुल्तानपुर व आस-पास के जिलों से आए हैं। ये महाकुम्भ के दौरान विशेषतौर पर शौचालय, सड़कों की सफाई व्यवस्था, टेंट सिटी का निरीक्षण करेंगे। किसी तरह की गंदगी या गड़बड़ी पाए जाने पर ये दूत आईसीटी सिस्टम के माध्यम से शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
गंगा सेवादूतों को करने होंगे ये काम
गंगा दूत टेंट कालोनियों की व्यवस्था, आग लगने या अन्य आपदा की जरूरी सूचना संबंधित विभाग को उपलब्ध करवाएंगे। महाकुम्भ को प्लास्टिक मुक्त रखने का अभियान चलायेगें। साथ ही प्लास्टिक उपयोग करने वालों की शिकायत भी दर्ज करवाएंगे। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण के बाद ये गंगा सेवादूत महाकुम्भ को स्वच्छ, सुरक्षित और प्लास्टिक मुक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
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